अनुच्छेद 370, 35A बहाल न होने तक चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगी महबूबा
इंडिया टुडे के राजदीप सरदेसाई के साथ एक विशेष इंटरव्यू में जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह ‘सत्ता की राजनीति’ और चुनाव में उस समय तक भाग नहीं लेंगी जब तक जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35A बहाल नहीं हो जाता।
महबूबा मुफ्ती ने कहा: “मैं जानती हूं कि अनुच्छेद 370 और 35A की बहाली कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे केंद्र न कर सकता हो अगर केंद्र चाह जाए तो अभी इन धाराओं को दुबारा से बहाल कर सकता है। हम इसके लिए तब तक संघर्ष करेंगे जब तक ये धाराएं दोबारा से बहाल नहीं हो जाती ।”
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने का कहना है कि “हम वही चाहते हैं जो हमें भारतीय संविधान द्वारा दिया गया था। मोदी सरकार ने अपने चुनावी लाभ के लिए अनुच्छेद 370 को निरस्त करके भारतीय संविधान का अपमान किया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35A, जिसने जम्मू और कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा दिया था उसे मोदी सरकार ने 2019 में निरस्त कर दिया, भारतीय संविधान में विश्वास करने वालों के लिए महत्वपूर्ण जगह है इसलिए कोई भी कश्मीरी अलग होने की बात नहीं कहता।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में भाग लेने के लिए जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करना और चुनाव कराना उनकी प्राथमिकता नहीं थी। उनका मुख्य लक्ष्य केंद्र के लिए कश्मीर में विश्वास-निर्माण के उपाय शुरू करना है ताकि पीड़ित कश्मीर के लोगों के लिए रहने की स्थिति में सुधार हो सके।
पीएम मोदी ने गुरुवार को नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलाई. अगस्त २०१९ में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र की ओर से ये जम्मू कश्मीर के नेताओ के साथ पहली बैठक थी ।
बैठक से प्रमुख निष्कर्ष जिसमें जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने भाग लिया, ये था कि केंद्र जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने और परिसीमन की कवायद समाप्त होने के बाद अपना राज्य बहाल करने के पक्ष में है। हालांकि, इसके लिए कोई समय सीमा नहीं दी गई है।