ग़ाज़ा के नागरिकों को इज़रायल ने फोन पर धमकी देते हुए मकान ख़ाली करने को कहा
ग़ाज़ा में जमीनी हमले तेज होने के साथ ही इज़रायल ने शहर में घुसकर हवाई बमबारी कर उसे तबाह करना शुरू कर दिया है। इस बीच, नागरिकों को फोन करके धमकाया जा रहा है और उनसे उनके टूटे और इज़रायली बमबारी के कारण बर्बाद हुए घर खाली कर दक्षिण गाजा चले जाने की मांग की जा रही है। महत्वपूर्ण बात यह है कि दक्षिणी ग़ाज़ा पर भी बमबारी हो रही है और वहां पहुंचने का कोई सुरक्षित रास्ता नहीं है।
ग़ाज़ा में शहीद और घायल फिलिस्तीनी नागरिकों की कुल संख्या 30 हजार से अधिक हो गई है। सोमवार को यह खबर लिखे जाने तक मरने वालों की संख्या 8,306 हो गई है। दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर युद्धविराम के लिए प्रस्ताव पेश करने की तैयारी की जा रही है। यहां प्रस्तुत पहले 2 प्रस्ताव अमेरिकी वीटो के कारण खारिज कर दिए गए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात की अपील पर एक बार फिर सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई है। वहीं दूसरी तऱफ इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा युद्ध-विराम प्रस्ताव के विरुद्ध जाकर बेगुनाहों का क़त्ले आम करते हुए युद्ध और तेज़ कर दिया है, उसके इस नरसंहार में, यूरोपीय देश खुलकर उसका समर्थन कर रहे हैं।
प्रस्ताव का मसौदा इस तरह तैयार करने की कोशिश की जाएगी कि कोई इसका विरोध न करे, लेकिन जिस तरह से अमेरिका ग़ाज़ा पर इज़रायल के क्रूर हमलों का बचाव करता है, उसे देखते हुए इस बात की उम्मीद कम है कि वे इज़रायल के खिलाफ कोई प्रस्ताव पारित कर पाएंगे।
सोमवार शाम को इज़रायली हमलों में रेड क्रिसेंट गोदाम को निशाना बनाने की खबरें आईं, जहां पीड़ित फिलिस्तीनियों की मदद के लिए आने वाला सामान रखा जाता था। इस बीच, इज़रायल ने अपने क्रूर अभियानों को बढ़ाते हुए वेस्ट बैंक में चिकित्सा केंद्रों को निशाना बनाया है।