इज़रायल ने हमारे विमान को निशाना बनाया: डब्ल्यूएचओ प्रमुख
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडहानोम ने सोमवार रात एक बयान में पुष्टि की कि इज़रायल के अस्थायी शासन ने गुरुवार को यमन की राजधानी सना के हवाई अड्डे पर हवाई हमला किया। यह हमला उस समय हुआ जब एडहानोम और उनके साथ संयुक्त राष्ट्र के 18 सदस्यीय दल उड़ान के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे।
एडहानोम ने “रियानोवोस्ती” चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कहा, “हम अपनी उड़ान का इंतजार कर रहे थे, तभी इज़रायल ने सना हवाई अड्डे पर हमला कर दिया। इस हमले से अनावश्यक मौतें, चोटें, भय और विनाश हुआ। यह घटना स्पष्ट रूप से दिखाती है कि युद्ध क्षेत्रों में नागरिकों, मानवीय कार्यकर्ताओं और चिकित्सा विशेषज्ञों को कितने गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है।”
उन्होंने इस हमले को एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा कि यह न केवल मानवीय प्रयासों को बाधित करता है, बल्कि संकटग्रस्त इलाकों में मानवीय राहत कार्यों को भी गंभीर खतरे में डालता है।
इससे पहले यमन में मानवीय सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र के समन्वयक जूलियन हार्नेस ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि यह हमला न केवल सना हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने की कोशिश है, बल्कि मानवीय सहायता और राहत कार्यों को भी बाधित करने की साजिश है।
सना हवाई अड्डे पर इस हमले ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचा है, जहां युद्धग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में लगी एजेंसियों के लिए पहले से ही चुनौतियां बढ़ रही हैं। एडहानोम ने वैश्विक स्तर पर इस प्रकार के हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।