भारतीय प्रवासियों को सम्मान के साथ घर वापस लाया जाना चाहिए: शैलजा
कांग्रेस महासचिव और सिरसा लोकसभा सीट से सांसद कुमारी शैलजा ने बुधवार को कहा कि हरियाणा में विदेश सहयोग विभाग का गठन किया गया है, फिर भी युवा विदेश में नौकरी और अच्छी कमाई के लालच में नकली ट्रैवल एजेंट्स के शिकार हो रहे हैं। सबसे पहले तो सरकार को यह पता लगाना चाहिए कि कितने युवा अवैध रूप से किन देशों में गए हैं, उन सभी को सम्मानपूर्वक वापस लाया जाए और उनके पुनर्वास का उचित प्रबंध सरकार स्वयं करे।
यहां जारी एक बयान में कुमारी शैलजा ने कहा कि राज्य सरकार ने नवंबर 2019 में विदेश सहयोग विभाग का गठन किया था ताकि विदेश में नौकरी का सपना देखने वाले युवाओं को नकली ट्रैवल एजेंटों से मुक्ति दिलाई जा सके। सभी जानते थे कि पंजाब की तरह हरियाणा के युवा भी पढ़ाई और नौकरी के लिए विदेश जाने लगे हैं और हरियाणा में यह रुझान तेजी से बढ़ रहा है। सरकार ने दावा किया था कि यह विभाग न केवल देश में बल्कि विदेश जाने वाले हर युवा की मदद करेगा। भारतीय प्रशासनिक सेवा स्तर के एक अधिकारी को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया।
कुमारी शैलजा ने कहा कि सरकार इस विभाग को बनाने के बाद भूल गई है। अगर सरकार को याद होता तो यह विभाग रोजगार की तलाश में विदेश जाने वाले युवाओं को अपने स्तर पर भेजती ताकि युवा नकली ट्रैवल एजेंट्स के शिकार न हों और उन्हें विदेश में सुरक्षा भी मिल सके। कुमारी शैलजा ने कहा कि सरकार को नकली ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई करनी चाहिए और बिना किसी भेदभाव के सख्त कदम उठाने चाहिए। साथ ही, सरकार को यह भी पता लगाना चाहिए कि किस देश में कितने युवा नकली ट्रैवल एजेंट्स के चंगुल में फंसकर अवैध रूप से विदेश गए हैं, उन सभी का डेटा एकत्र करके उन्हें सम्मानपूर्वक वापस लाया जाए और सरकार अपने स्तर पर उनके पुनर्वास का प्रबंध करे।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जिस तरह से भारतीय नागरिकों को हथकड़ी और बेड़ियों में डालकर देश से बाहर किया, उससे देश के हर नागरिक को दुख हुआ है और साथ ही वे इस अपमान पर शर्मिंदा भी हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले में पंजाब सरकार की आलोचना की है और नकली ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। हरियाणा सरकार को भी इस दिशा में कड़े कदम उठाने चाहिए।