भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए मुझे अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया: अखिलेश
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी करीब दो महीने में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर बातचीत कर रही हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी विपक्षी दलों के नए गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। हिंदी पट्टी के तीन प्रमुख राज्यों में हार को पीछे छोड़ते हुए आम चुनावों से पहले कांग्रेस अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत न्याय यात्रा निकाल रही है। लोकसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने यूपी की 11 सीटें कांग्रेस को दी है।
वहीं अखिलेश यादव को राहुल की तरफ से अभी तक यात्रा का निमंत्रण नहीं मिला है। एक एजेंसी से पूछे गए सवाल पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि ‘कई बड़े आयोजन होते हैं, लेकिन हमें आमंत्रित नहीं किया जाता है। राम मंदिर पर भी उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था।अखिलेश की इस शिकायत के बाद कांग्रेस ने सफाई जारी की है। इसने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में यात्रा के विस्तृत मार्ग और कार्यक्रम को एक या दो दिन में अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसे गठबंधन के घटक दलों के साथ साझा किया जाएगा।
जयराम रमेश ने कहा है, ‘उनका भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भाग लेना “इंडिया गठबंधन” को और मज़बूत करेगा। 16 फ़रवरी की दोपहर को यात्रा के यूपी में प्रवेश करने की उम्मीद है। जयराम रमेश की यह प्रतिक्रिया अखिलेश यादव के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, ‘समस्या यह है कि कई बड़े कार्यक्रम होते हैं, लेकिन हमें निमंत्रण नहीं मिलता है।’ कांग्रेस प्रवक्ता ने अखिलेश यादव के वीडियो को रिपोस्ट करते हुए यह टिप्पणी की है।
अखिलेश यादव की तरह पिछले महीने जब यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली थी तो टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी ऐसा ही दावा किया था। ममता ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा पर यह कहते हुए निशाना साधा था कि यह राज्य में मुसलमानों के बीच केवल हलचल पैदा करने की कोशिश कर रही थी, और इसे ‘फोटो शूट’ क़रार दिया था। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल से गुजरने के दौरान यात्रा से दूर रहने का फ़ैसला किया था और दोहराया था कि बंगाल के माध्यम से राहुल की यात्रा को लेकर उन्हें अंधेरे में रखा गया था।