हिंद महासागर में इज़रायली शिप पर ड्रोन हमला
वॉशिंगटन: समाचार एजेंसी एएफपी ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि हिंद महासागर में इज़रायली मालवाहक जहाज पर ड्रोन हमला किया गया है। अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि इसके पीछे ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड का हाथ हो सकता है। एएफपी से बात करते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, “हम हिंद महासागर में एक मालवाहक जहाज में आग लगने की खबरों से अवगत हैं।”
अधिकारियों के मुताबिक, जहाज को मामूली क्षति हुई है और हमले में कोई घायल नहीं हुआ है। ठीक एक हफ्ते पहले, ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने लाल सागर में एक इज़रायली मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया था। वहीं, लेबनान के हिजबुल्लाह से जुड़े अल-मयादीन मीडिया चैनल ने भी हिंद महासागर में एक इज़रायली जहाज पर ड्रोन हमले पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
हालांकि, चैनल ने अपनी रिपोर्ट में यह नहीं बताया कि विमान पर हमला कैसे हुआ या हमले को किसने अंजाम दिया। हाल ही में यमन में हौथी विद्रोहियों के प्रवक्ता ने घोषणा की थी कि इज़रायल या इज़रायली कंपनियों के सभी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा। हौथी विद्रोहियों ने कहा था कि फिलिस्तीनियों के समर्थन में इज़रायली झंडा फहराने वाले किसी भी विमान को निशाना बनाया जाएगा।
बता दें कि इज़रायल और हमास के बीच चार दिवसीय युद्ध-विराम समझौते के तहत बंधकों का आदान प्रदान जारी है। इस बीच ईरान ने एक इज़रायली जहाज को निशाना बनाया है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने शनिवार को दावा किया कि एक इज़रायली अरबपति के स्वामित्व वाले कंटेनर जहाज पर हिंद महासागर में हमला हुआ है। यह हमला एक संदिग्ध ईरानी ड्रोन ने किया है।
रिपोर्ट दावा किया गया है कि जहाज को निशाना बनाने वाला ईरानी ड्रोन बम ले जाने वाला शहीद-136 ड्रोन था। इस घटना के बाद अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नजर बनाये हुए हैं। हालांकि उन्होंने यह बताने से इनकार कर दिया कि अमेरिकी सेना कैसे मानती है कि हमले के लिए ईरान जिम्मेदार है।
रिपोर्ट के अनुसार, इज़रायली अरबपति इदान ओफर के स्वामित्व वाले कंटेनर जहाज पर यह हमला हुआ है। हालांकि इस मामले पर इज़रायली सेना और संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने भी अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।