बाइडेन ने पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य स्थिति को मजबूत करने का आदेश दिया

बाइडेन ने पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य स्थिति को मजबूत करने का आदेश दिया

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार तड़के अमेरिकी कांग्रेस को भेजे एक पत्र में पश्चिम एशिया (मध्य पूर्व) में अमेरिकी सैन्य बलों की स्थिति को और मजबूत करने का आदेश जारी किया। इस कदम को अमेरिका द्वारा क्षेत्र में बढ़ते सुरक्षा खतरों और विशेष रूप से ईरान एवं उसके सहयोगियों से बढ़ते तनाव के संदर्भ में देखा जा रहा है।

बाइडेन ने अपने पत्र में कहा, “हमारे बल पश्चिम एशिया में तैनात रहेंगे ताकि ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा किए गए हमलों से अपने हितों की सुरक्षा कर सकें।” यह स्पष्ट संकेत है कि अमेरिका अपने हितों और मित्र देशों की सुरक्षा के प्रति संजीदा है, खासकर ईरान जैसे क्षेत्रीय ताकतों से।

थाड प्रणाली की तैनाती
बाइडेन ने यह भी बताया कि उन्होंने इज़राइल में थाड (THAAD) मिसाइल रक्षा प्रणाली और उसके ऑपरेटरों की तैनाती का आदेश दिया है। व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह तैनाती तब तक जारी रहेगी जब तक कि इस रक्षा प्रणाली की जरूरत मानी जाएगी। थाड प्रणाली उच्च ऊंचाई पर मिसाइल हमलों से रक्षा करने में सक्षम है, और इसे विशेष रूप से बैलिस्टिक मिसाइलों से सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है।

अमेरिका की सैन्य शक्ति में वृद्धि
बाइडेन ने पत्र में यह भी कहा कि उन्होंने अपने कमांडर-इन-चीफ की क्षमता का उपयोग करते हुए पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य स्थिति को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, “मैंने अपने सैन्य स्थिति को मजबूत करने का आदेश दिया है, अपने सशस्त्र बलों के कमांडर के रूप में अपनी जिम्मेदारी के तहत और अपने अधिकारों के अनुसार।

यह आदेश ऐसे समय में आया है जब पश्चिम एशिया में सुरक्षा पर बढ़ते तनाव के संकेत मिल रहे हैं, विशेष रूप से ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते टकराव को देखते हुए। इसके साथ ही, अमेरिका के क्षेत्रीय सहयोगी भी ईरान के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंतित हैं, खासकर उसकी सैन्य क्षमताओं और मिसाइल कार्यक्रमों के कारण।

बाइडेन प्रशासन के यह कदम उन प्रयासों का हिस्सा हैं, जिनका उद्देश्य अमेरिकी हितों और उसके सहयोगी देशों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। यह कदम अमेरिका की उस रणनीति का भी हिस्सा है, जिसके तहत वह अपने सहयोगियों को समर्थन देना चाहता है और पश्चिम एशिया में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश कर रहा है।

इससे पहले भी बाइडेन प्रशासन ने ईरान और उसके सहयोगी समूहों द्वारा की जा रही सैन्य गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाया है। यह नवीनतम आदेश अमेरिका की उस दीर्घकालिक नीति का हिस्सा है, जो पश्चिम एशिया में अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत बनाए रखने पर केंद्रित है।

राष्ट्रपति बाइडेन के इस फैसले से स्पष्ट होता है कि अमेरिका पश्चिम एशिया में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखने के साथ-साथ अपने हितों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है। इजराइल में थाड रक्षा प्रणाली की तैनाती और क्षेत्रीय बलों को सशक्त करने का यह कदम इस बात का संकेत है कि बाइडेन प्रशासन पश्चिम एशिया में सुरक्षा और स्थिरता के प्रति गंभीर है।

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