गुलामी से हताश देश में बापू ने, विश्वास भरा था: प्रधानमंत्री मोदी
देश की विरासत को सहेजने के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को साबरमती में कहा, “ जो देश अपनी विरासत नहीं संजो पाता, वो देश अपना भविष्य भी खो देता है।
उन्होंने पिछली सरकारों पर विरासत की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विदेशी दृष्टि से भारत को देखने और तुष्टिकरण की मजबूरी के चलते अतिक्रमण, अस्वच्छता, अव्यवस्था आदि ने हमारी विरासतों को घेर लिया था। इसके चलते भारत की विरासत, हमारी महान धरोहर ऐसे ही तबाह होती रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अहमदाबाद में थे। उन्होंने यहां 85 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। यहां से उन्होंने देश के विभिन्न शहरों के बीच चलने वाली 10 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई है। पीएम मोदी ने अ गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का शिलान्यास भी किया है।
उन्होंने आज साबरमती आश्रम का दौरा कर कोचरब आश्रम का उद्घाटन किया तथा गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और हृदय कुंज का दौरा किया। उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया और एक पौधा भी लगाया।
यहां पीएम मोदी ने कहा कि, सदियों की गुलामी के कारण जो देश हताशा का शिकार हो रहा था, उसमें बापू ने आशा भरी थी, विश्वास भरा था। आज भी उनका विजन हमारे देश को उज्ज्वल भविष्य के लिए एक स्पष्ट दिशा दिखाता है। बापू ने ग्राम स्वराज और आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा था।
हमारी सरकार, गांधी जी के इन्हीं आदर्शों पर चलते हुए गांव-गरीब के कल्याण को प्राथमिकता दे रही है, आत्मनिर्भर भारत अभियान चला रही है।आज गांव मजबूत हो रहे हैं, ग्राम स्वराज का विजन साकार हो रहा है। हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक बार फिर से महिलाएं अहम भूमिका निभा रही है।