अमेरिका बिल्कुल कमज़ोर है और बेशर्मी से ईरानी लोगों के समर्थन का दावा करता है: ईरानी सर्वोच्च नेता
ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा है कि कुछ लोगों का मानना है कि अमेरिका एक शाश्वत शक्ति है जबकि यह पूरी तरह से कमजोर है। इस्लामिक क्रांति के नेता आयतुल्लाह अली खामेनई ने बुधवार को वैश्विक अहंकार के साथ प्रतिस्पर्धा के राष्ट्रीय दिवस के आगमन को चिह्नित करने के लिए छात्रों से मुलाकात की।
इस अवसर पर सुप्रीम लीडर ने अपने संबोधन में ईरानी राष्ट्र के समर्थन में अमेरिकी राजनीतिक नेताओं के बयानों को अनैतिकता और पाखंड का सबसे बुरा उदाहरण बताया और कहा कि तुम लोगों ने ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों के हत्यारों, यानी ज़ायोनीवादियों का समर्थन किया। और अमेरिका ने अन्य देशों में ईरानी लोगों के अरबों डॉलर जमा कर ईरानी लोगों को उनके पूंजी से भी वंचित कर दिया।
सुप्रीम लीडर ने अमेरिका और पश्चिमी देशों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के खिलाफ होने वाली अधिकांश घटनाओं में तुम लोगों की भूमिका स्पष्ट है। और इन परिस्थितियों में इन्तेहाई बेहयाई के साथ तुम लोग झूठ बोलते हो। और ईरानी राष्ट्र के प्रति सहानुभूति रखने का दावा करते हो।
ख़ुदा का शुक्र है कि ईरानी राष्ट्र ने ऐसी कई साजिशों को नाकाम कर दिया है। सुप्रीम लीडर ने अमेरिका के पतन के संबंध में विशेषज्ञों की सहमति का उल्लेख किया और कहा कि इस देश में हिंसक मतभेदों के लिए आर्थिक, सामाजिक और नैतिक क्षेत्रों में अमेरिका के पतन के स्पष्ट संकेत देखे जा सकते हैं।
सर्वोच्च नेता ने अफगानिस्तान और इराक पर अमेरिकी आक्रमण और अमेरिकियों की असफल योजनाओं का उल्लेख किया और ईरान में हालिया अशांति में अमेरिका की भूमिका की ओर इशारा करते हुए कहा कि खुफिया मंत्रालय और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स गुप्त एजेंसी द्वारा जारी संयुक्त बयान से यह भी पता चलता है कि दुश्मनों ने तेहरान और ईरान के अन्य छोटे और बड़े शहरों के लिए साजिश रची थी।
सर्वोच्च नेता ने शीराज़ में हरम शाह चिराग पर आतंकवादी हमले और आम लोगों, बच्चों और महिलाओं के नरसंहार को एक बड़ा अपराध बताया। और कहा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान की जाए और जो भी इस भयानक अपराध का दोषी पाया जाए उसे बिना किसी हिचकिचाहट के सजा दी जाए।