यमन, सऊदी अरब और यूएई शबवेह प्रांत का नियंत्रण अल क़ायदा को देने को तैयार सऊदी नीत अतिक्रमणकारी गठबंधन को यमन युद्ध में अभी तक अपने किसी भी उद्देश्य एम् सफलता नहीं मिली है और वह थक हार कर यमन के आम नागरिकों और उसके मूल आधार ढांचे को हमलों का निशाना बना रहा है।
यमन की एक न्यूज़ वेबसाइट ने खुलासा करते हुए कहा है कि सऊदी अरब और यूएई यमन के शबवेह प्रान्त का नियंत्रण आतंकी संगठन अलकायदा को देने की तैयारी कर रहे हैं।
यमन सेना एवं स्वयंसेवी बलों से हर मोर्चे पर मुंह की खाने वाला सऊदी अरब समय-समय पर यमन में आम नागरिकों को निशाना बनाते हुए रिहायशी इमारतों, हॉस्पिटलों, स्कूलों एवं स्टेडियमों पर हमले करता रहा है। अब यमन की एक न्यूज़ वेबसाइट ने खुलासा करते हुए कहा है कि सऊदी अरब ने यमन की अपदस्थ सरकार को आदेश दिया है कि वह यमन के तेल संपदा से भरपूर प्रांत अबयन में अलकायदा से जुड़े लड़ाकों के लिए आसानियां पैदा करे।
यमन न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी – यूएई गठबंधन अल कायदा के लड़ाकों को शबवेह प्रांत में स्थानांतरित करने की योजना पर काम कर रहे है। यमन संकट शुरू होने के बाद यह पहला अवसर है जब अबयन पर कब्जा करने वाले अल इस्लाह गुट ने अलकायदा के आतंकियों को अपने अधीनस्थ क्षेत्रों से गुजरने की अनुमति दी है।
इस रिपोर्ट के अनुसार अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अलकायदा के आतंकियों को शबवेह प्रांत जाने के लिए सुगम रास्ता उपलब्ध कराने का मुख्य उद्देश्य क्या है। कहा जा रहा है कि आतंकी संगठन की आड़ में रियाज और अबू धाबी तेल संपदा से संपन्न इस प्रांत की संपदा को हड़पने की योजना बना रहे हैं।
याद रहे कि इस क्षेत्र पर यमन की अपदस्थ सरकार का नियंत्रण भी कमजोर होता जा रहा है और पिछले कुछ वर्षों में सऊदी नीत गठबंधन ने सैन्य अभियान की आड़ में यहां के संसाधनों का भरपूर दोहन किया है। इस प्रांत की धन संपदा को लूटने के लिए पिछले कुछ समय से सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से जुड़े आतंकी गुट एक-दूसरे के खून के प्यासे बने हुए हैं और दोनों पक्षों में जमकर संघर्ष भी हुआ है।
संयुक्त अरब अमीरात से जुड़े धड़े के एक वरिष्ठ अधिकारी अहमद जुबेरी ने कहा था कि हाल ही में इस क्षेत्र में हमारी अलकायदा और मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़े आतंकियों के साथ झड़पें हुई हैं। संयुक्त अरब अमीरात से संबंधित सॉउथर्न ट्रांज़िट काउंसिल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी ताकि इस क्षेत्र से सऊदी अरब से संबंधित गुटों को बाहर निकाला जा सके।