ठीक 73 साल पहले 9 अप्रैल को फिलिस्तीन के दैरे यासीन में जिओनिस्ट आतंकियों ने भयानक क़त्लेआम मचाया था। फिलिस्तीन मुक्ति संघर्ष के अग्रणी दल हमास ने इस जनसंहार की 73 वी वर्षगांठ के अवसर पर कहा कि फिलिस्तीन जनता इस जनसंहार को न कभी भुलाएगी और न ही कभी जिओनिस्ट दरिंदों को माफ़ करेगी।
हमास के प्रवक्ता हाज़िम क़ासिम ने इस अवसर पर बयान जारी करते हुए कहा कि फिलिस्तीन कभी भी जिओनिस्ट आतंकियों को उन अत्याचारों के लिए माफ़ नहीं करेगा जो इस धरती पर यहूदी छापामार आतंकियों के आने के साथ शुरू हुए थे और आज तक जारी हैं।
यह क़त्ले आम पहले यहूदी गुटों के हाथों होते थे गुज़रते समय के साथ यह गुट सरकार का रूप धार चुके हैं। लेकिन फिलिस्तीन की जनता के खिलाफ आज भी अत्याचार का सिलसिला जारी है।
याद रहे कि 9 अप्रैल 1948 में यहूदी आतंकी संगठनों ने क़ुद्स शहर के पश्चिम में स्थित दैरे यासीन क्षेत्र में हमला करते हुए इस क्षेत्र के एक एक घर को नष्ट करते हुए सभी लोगों का जनसंहार कर दिया था। ऐसे कई जनसंहार एक बाद यहूदी आतंकियों के आतंक से डर कर फिलिस्तीनी लोग अपने गाँव के गाँव छोड़ कर पडोसी देशों की ओर पलायन कर गए थे।