ईरान पर से हट सकते हैं प्रतिबंध,वियना में बातचीत का दौर जारी, ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार ने कहा कि उम्मीद है कि वियना वार्ता में अब तक हुए समझौतों के आधार पर तेल, बैंकों और अधिकांश व्यक्तियों और संस्थानों पर अमेरिकी प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे
बताते चले कि उप-विदेश मंत्री अब्बास इराक़ची का कहना है कि अब तक हुए समझौते के आधार पर अमेरिका को ईरान पर से ऊर्जा क्षेत्र में, जिनमें तेल और गैस शामिल हैं, साथ ही मोटर वाहन उद्योग, बैंकिंग और बंदरगाह इत्यादि प्रतिबंधों को उठा लेना चाहिए।”
उन्होंने ये भी कहा कि हम तब तक बातचीत करेंगे जब तक दोनों पक्षों की स्थिति करीब नहीं आ जाती और हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, अगर वे राज़ी होते हैं तभी समझौता होगा, वरना कोई समझौता नहीं होगा।”
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार दूसरी तरफ यसुलिवन ने परमाणु समझौते का शीर्षक जॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन का हवाला देते हुए कहा, “हम ईरान पर से प्रतिबंधों को हटाने और जे.सी.पी.ओ.ए. में उसके वापस आने के बारे में गंभीरता से विचार कर रहे हैं, लेकिन यह अभी भी ये निश्चित नहीं है कि इसका समापन वियना में होगा या नहीं।
बता दें कि राष्ट्रपति बाइडन 2018 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से वापस ले लिए गए समझौते में वापस आना चाहते हैं।
ईरान ने रूस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के साथ वियना में पिछले महीने वार्ता शुरू की है लेकिन ईरान ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ सीधी बैठक करने से इंकार कर दिया था।
बता दें कि फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के वरिष्ठ राजनायिकों ने एक बयान में कहा, “हमारे पास काम बहुत है और समय थोड़ा। हम इस सप्ताह और अधिक प्रगति की उम्मीद करेंगे।” सुपर शक्तियों ने उम्मीद जताई है कि वो 21 मई तक एक समझौते पर पहुंच जायेंगे,
अभी तक सबसे महत्वपूर्ण बिंदुओं का चर्चा में आना बाकी है। सफलता की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन असंभव भी नहीं है