ईरान ने रूस से S-400 ख़रीदा तो संकट में पड़ जाएगी अमेरिकी वायुसेना क्या F-22, B-2 और यहां तक कि F-35 बमवर्षक ईरान और मध्य पूर्व के अन्य शत्रुतापूर्ण क्षेत्रों में उड़ान में असुरक्षित हैं? हालांकि हाल के वर्षों में इस तरह के परिदृश्य का अनुमान नहीं लगाया गया है, फिर भी यह स्थिति बरकरार रह सकती है।
ईरान में रूस के राजदूत लवन जगेरियन ने एक ईरानी अखबार को बताया कि उनका देश अमेरिका की चिंताओं के बावजूद ईरान को S-400 वायु रक्षा प्रणाली बेच सकता है। जगेरियन ने कहा कि हम अमेरिकी खतरों से नहीं डरते हैं और हम अपनी प्रतिबद्धताओं पर खरे उतरेंगे।
2018 में एक व्यापक संयुक्त कार्य योजना को आगे बढ़ाने में ट्रम्प प्रशासन की विफलता ने इस चिंता पर बहस को नई गति दी है कि ईरान अपने कुछ प्रतिनिधियों को हथियार बेच सकता है। ईरानी अखबार लिखता है कि ट्रम्प प्रशासन ने पहले चेतावनी दी थी कि ईरानी हथियार इराक, यमन, लेबनान और अन्य क्षेत्रों में प्रवाहित होंगे जहां तेहरान इससे संबद्ध लोगों को हथियार दे रहा है।
सबसे आधुनिक S-400s नई पीढ़ी के डिजिटल प्रोसेसर, कंप्यूटर नेटवर्क और रडार फ़्रीक्वेंसी डिटेक्शन का उपयोग करते हैं, जिससे कुछ रूसी मीडिया आउटलेट्स का दावा है कि वे पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर्स और B-2 बॉम्बर्स को नष्ट करने में सक्षम हैं। S-400 की तुलना अमेरिका के बेहतरीन पैट्रिअट मिसाइल एयर डिफ़ेंस सिस्टम से होती है। यह वही मिसाइल सिस्टम है, जिसका सौदा करने पर ट्रंप प्रशासन ने दिसंबर, 2020 में तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया था।
S-400 को दुनिया का बेहद प्रभावी एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है. यह दुश्मनों के मिसाइल हमले को रोकने का काम करता है। S-400 मोबाइल सिस्टम है यानी रोड के ज़रिए इसे लाया-ले जाया सकता है। इसके बारे में कहा जाता है कि आदेश मिलते ही पांच से 10 मिनट के भीतर इसे तैनात किया जा सकता है।
यही सारी ख़ूबियां S-400 को पश्चिम में बने उच्चस्तरीय डिफेंस सिस्टम, जैसे- टर्मिनल हाई एल्टिट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (टीएचएएडी) और पैट्रिअट मिसाइल एयर डिफ़ेंस सिस्टम (एमआईएम-104) से अलग बनाती हैं। इसे विमान, क्रूज़ और बैलिस्टिक मिसाइलों और हाइपरसोनिक हथियारों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसका उपयोग ज़मीन पर बने इन्स्टॉलेशन पर भी किया जा सकता है।