संयुक्त राष्ट्र के OCHA कार्यालय ने इस्राईल से आग्रह किया है कि वह फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक के बेडोईन गांवों में की जा रही तबाहियों को तत्काल रोक दे।
फिलिस्तीनी COGAT के साथ इस्राईल की सैन्य संपर्क एजेंसी, आईडीएफ के साथ इस तबाही में साथ दे रही है,इसके अनुसार यह अवैध संरचनाएं हैं इसमें मुख्य रूप से टेंट वाले घर, पशु घर, शौचालय और सौर पैनल शामिल हैं।
OCHA के प्रतिनिधियों ने पिछले हफ्ते वेस्ट बैंक में हम्सा-अल-बकी के बेडौइन समुदाय के साथ मुलाकात की, उन्होंने बताया कि 1 फरवरी और 3 फरवरी को इस्राईली सेनाओं द्वारा 35 बच्चों सहित 60 लोगों को उनके घरों से निकाल दिया और उनके सामान को ज़ब्त या तबाह कर दिया गया।
आपको बता दें कि हम्सा-अल-बकी 38 बेडौइन समुदायों में से एक है जिसको इस्राईल ने फायरिंग जोन और सैन्य उपयोगी क्षेत्र के रूप में घोषित किया है।
प्रतिनिधियों ने बताया कि नवंबर माह में भी इसी तरह से 41 बच्चों सहित 75 लोगों को उनका समान छीन कर दर बदर कर दिया गया था जिसके बाद लोग फिलिस्तीनी सहायता समूहों द्वारा प्रदान किए गए आश्रय में चले गए थे।
OCHA के प्रतिनिधियों ने बताया कि गांव के लोगों को हालिया दूसरी तबाही से पहले दूसरी बार इस क्षेत्र को छोड़ने के लिए आदेश दिया गया था क्योंकि पिछले प्रस्ताव को उन्होंने अस्वीकार कर दिया था और वहां रहने की उनकी अपील को खारिज कर दिया गया था।
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधि ने कहा कि इस तरह से लोगों पर ज़बरदस्ती स्थानांतरण करने के लिए दबाव डाला जाना अन्तर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। OCHA ने इन तबाहियों से होने वाले नुकसानों में बच्चों की शिक्षा पर पड़ने वाले असर पर भी चिंता व्यक्त की।
आपको बता दें कि 2020 में वेस्ट बैंक ओर पूर्वी यरुशलम में 689 संरचनाओं पर तबाही की गई जिसमे 869 फिलिस्तीनियों को बेघर कर दिया गया।
एक पिछले बयान में COGAT ने कहा था कि ये तबाहियां अधिकारियों और प्रक्रियाओं के अनुसार की जाती हैं।