यूक्रेन तनाव, रूस ने यूरोप में अमेरिकी सैनिकों की वृद्धि को विनाशकारी बता निंदा की रूस ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की लगातार आशंकाओं के बीच अपने सहयोगियों का समर्थन करने के लिए यूरोप में अतिरिक्त सैनिक भेजने के अमेरिकी फैसले की निंदा की है।
यूक्रेन तनाव पर मॉस्को ने कहा कि यह एक “विनाशकारी” कदम था जिसने तनाव को बढ़ाया और राजनीतिक समाधान की गुंजाइश कम कर दी है। पेंटागन ने कहा कि 2,000 अमेरिकी सैनिकों को उत्तरी कैरोलिना से पोलैंड और जर्मनी भेजा जाएगा और जर्मनी में पहले से ही 1,000 और रोमानिया जाएंगे। यूक्रेन के पास रूस के करीब एक लाख सैनिक हैं।
सैनिक डोमनोव्स्की, गोज़्स्की, ओबुज़-लेस्नोव्स्की, ब्रेस्टस्की और ओसिपोविच्स्की प्रशिक्षण मैदानों और बेलारूसी धरती पर कुछ इलाके के खंडों में अपने संयुक्त अभियानों का अभ्यास करेंगे। बारानोविची, लुनिनेट्स, लिडा और माचुलिशची हवाई क्षेत्र भी अभ्यास में शामिल होंगे।
पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि रूसी सैनिकों का जमावड़ा लगातार जारी है। प्रेस सचिव ने सैनिकों को अमेरिका से जर्मनी, पोलैंड और जर्मनी से रोमानिया भेजने का जिक्र करते हुए कहा कि ये सैनिक यूक्रेन में लड़ने नहीं जा रहे हैं। इस बीच, पोलैंड के रक्षा मंत्री मारिउज ब्लासजाक ने ट्वीट किया कि उनके देश के लिए अमेरिका की तैनाती यूक्रेन में स्थिति के संदर्भ में एकजुटता का मजबूत संकेत है।
पेंटागन ने एक अलग लिखित बयान में कहा कि सैनिकों की तैनाती का उद्देश्य आक्रमण रोकना और जोखिम जोखिम बढ़ जाने के दौरान अग्रिम सहयोगियों में अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाना है। किर्बी ने कहा कि महत्वपूर्ण यह है कि नाटो के प्रति अमेरिकी कटिबद्धता के लिए हम पुतिन और दुनिया को एक संकेत देते हैं।
गौरतलब है कि यूक्रेन की सीमा के नजदीक रूस के एक लाख से अधिक सैनिक तैनात करने के बाद यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की आशंका बढ़ गई है। हालांकि रूसी अधिकारी इस बात पर जोर देते रहे हैं कि यूक्रेन पर आक्रमण करने की रूस की कोई मंशा नहीं है।