इज़रायल के खिलाफ इराकी प्रतिरोध के दो नए ड्रोन हमले
इस्लामी प्रतिरोध समूह इराक ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने इज़रायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य पर ड्रोन हमला करने की जानकारी दी। यह हमला बामुश्किल कुछ घंटे पहले हुआ है, और यह आज सुबह से इस क्षेत्र पर इराक़ी ड्रोन का दूसरा हमला है। गोलान हाइट्स, जिसे इज़रायल ने सीरिया से 1967 में युद्ध के दौरान कब्जा कर लिया था, रणनीतिक रूप से अत्यधिक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और इस क्षेत्र पर हमले ने इज़रायल के लिए एक नई चुनौती पैदा कर दी है।
इराकी प्रतिरोध ने इसके बाद अपने चौथे बयान में यह भी जानकारी दी कि उन्होंने कब्जे वाले फ़िलिस्तीन के केंद्र में भी एक इज़रायली लक्ष्य पर हमला किया है। यह हमला ड्रोन का इस्तेमाल कर के किया गया था, हालांकि इस ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी या टारगेट का नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। प्रतिरोध समूह ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इज़रायल के खिलाफ उनके हमले लगातार और बढ़ते रहेंगे। इराकी प्रतिरोध ने दावा किया कि यह हमले फ़िलिस्तीन और लेबनान के लोगों के समर्थन में किए जा रहे हैं, जो इज़रायल के अत्याचार, बच्चों, महिलाओं, और बुजुर्गों की हत्याओं के खिलाफ प्रतिशोध स्वरूप हैं। इज़रायल द्वारा ग़ाज़ा और लेबनान में हाल के हमलों के बाद, क्षेत्रीय प्रतिरोध समूहों ने अपनी सैन्य गतिविधियों में तेजी ला दी है।
आज सुबह भी इराकी प्रतिरोध ने कब्जे वाले बंदरगाह उम-राशरश (जिसे इज़रायल में इलात कहा जाता है) में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हमले की जानकारी दी थी। उम-राशरश, जो इज़रायल का एक प्रमुख बंदरगाह है, रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, और यहां पर हुए हमले ने इज़रायल के सुरक्षा ढांचे में एक और दरार पैदा कर दी है। इराकी प्रतिरोध ने स्पष्ट किया कि यह हमले केवल शुरुआत हैं और उनके हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक इज़रायली आक्रामकता का जवाब नहीं मिल जाता। यह हमले इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव और संघर्ष को दर्शाते हैं, जहां प्रतिरोध समूह इज़रायल के खिलाफ सामरिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर हमले करके अपनी सैन्य शक्ति और राजनीतिक संकल्प को प्रदर्शित कर रहे हैं।