हाइफ़ा की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं: इज़रायली मीडिया
इज़रायली मीडिया ने आज सुबह बताया कि फ़िलिस्तीन के उत्तरी इलाकों में कई क्षेत्रों में अचानक सायरन बजने लगे। पश्चिमी गलील, हाइफ़ा, नेटानिया और ख़दीरा जैसे क्षेत्रों में सुरक्षा चेतावनी जारी की गई, जिससे इन इलाकों में रहने वाले नागरिकों में भय का माहौल पैदा हो गया।
हिज़्बुल्लाह के ड्रोन का दावा
इज़रायली सेना ने दावा किया कि उसने लेबनान स्थित हिज़्बुल्लाह संगठन के एक ड्रोन को पश्चिमी गलील में ट्रैक किया और उसे नियंत्रण में लिया। हालांकि, इस मामले में सेना ने विस्तृत जानकारी साझा नहीं की कि ड्रोन को नष्ट किया गया या केवल उसका ट्रैक रिकॉर्ड किया गया। सेना के इस दावे के बाद से उत्तरी क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हाइफ़ा में विस्फोट की आवाजें
अरबी टीवी चैनल अल-अरबी और अन्य मीडिया सूत्रों ने हाइफ़ा शहर में कम से कम तीन तेज़ विस्फोटों की आवाजें सुनी जाने की सूचना दी। इन विस्फोटों ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया और सड़कों पर नागरिकों में अफरातफरी का माहौल देखा गया। यह आवाजें कहां से आईं और उनके पीछे का स्रोत क्या था, इस पर अभी तक किसी ने स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
लेबनान से मिसाइल दागने का दावा
कुछ हिब्रू मीडिया स्रोतों ने जानकारी दी कि लेबनान से हाइफ़ा और उसके खाड़ी क्षेत्र की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। यह दावा इज़रायली सुरक्षा बलों की ओर से भी किया गया है कि इन मिसाइलों को पहचानने और उनका सामना करने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि क्या लेबनान और सीरिया दोनों से एक साथ मिसाइल और रॉकेट दागे गए थे।
इज़रायली सेना के रेडियो ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम की समीक्षा कर रही हैं। सेना ने इस बात का भी अंदेशा जताया है कि हिज़्बुल्लाह और सीरियाई सेनाओं के सहयोग से इज़रायल के उत्तरी हिस्सों को निशाना बनाया जा सकता है। सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सहयोग की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि किसी संभावित हमले के लिए तैयार रहा जा सके।
नागरिकों में भय और असमंजस
इस पूरे घटनाक्रम के बाद हाइफ़ा और आसपास के क्षेत्रों में नागरिकों में काफी चिंता और भय का माहौल है। लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, और स्थानीय प्रशासन ने सभी नागरिकों से संयम बनाए रखने और सुरक्षाबलों के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। इस घटनाक्रम के बाद सत्ताधारी दल के नेता और विभिन्न सुरक्षा अधिकारी आपातकालीन बैठकें कर रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इज़रायली सरकार इस क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कुछ बड़े फैसले ले सकती है।