सीरिया को तुर्की की धमकी, करेंगे भारी हथियारों का प्रयोग आतंक की पनाहगाह तुर्की ने के बार फिर आने पडोसी देश सीरिया को धमकी देते हुए कहा है कि अगर ज़रूरत पड़ी तो तुर्की इस देश के खिलाफ भारी हथियारों के प्रयोग के लिए बिल्कुल तैयार है।
सीरिया को आतंकवाद की आग में झोंकने में सक्रिय भूमिका निभाने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने एक बार फिर दमिश्क विरोधी तेवर अपनाते हुए कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो सीरिया के खिलाफ भारी सैन्य हथियारों के प्रयोग करने में भी नहीं हिचकेंगे।
अफ्रीकी यात्रा से वापसी पर पत्रकारों से वार्ता कर रहे अर्दोग़ान ने दमिश्क सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अगर जरूरी हुआ तो हम सीरिया के खिलाफ भारी सनीय हथियारों के उपयोग में बिल्कुल भी संकोच नहीं करेंगे।
आपको बता दें कि अमेरिकी सेना के साथ-साथ सीरिया के कई हिस्सों में तुर्क सेना भी दमिश्क सरकार की अनुमति के बिना मौजूद है। इस संबंध में अर्दोग़ान ने कहा कि वर्तमान में हमारी सेना कई मोर्चों पर जरूरी कार्यवाही कर रही है। हम किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं करेंगे और सीरिया में हमारा अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते हमारी कार्यवाही को लेकर बशशार असद सरकार का मत क्या है लेकिन हमारे लिए जो भी जरूरी होगा हम वह करेंगे। विशेषकर इदलिब में हम अपना अभियान जारी रखेंगे और सीरियन सेना के जवाब में भारी हथियारों का उपयोग करेंगे।
याद रहे कि हाल ही में सीरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट दी थी के तुर्की ने इदलिब में मौजूद आतंकी गुटों को हथियारों एवं संसाधनों की नई खेप भेजी है। तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता ने भी हाल ही में कहा था कि अगर सीरिया में अमेरिका और रूस की सेना डेरा डाल सकती हैं तो तुर्की को भी ऐसा करने में कोई संकोच नहीं है और तुर्की को सीरिया में सैन्य मौजूदगी का अधिकार है।
दमिश्क बार-बार कहता रहा है कि सीरिया में अमेरिका और तुर्की की सैन्य उपस्थिति ग़ैर कानूनी है जबकि रूस दमिश्क़ सरकार के अधिकारिक निमंत्रण पर तुर्की में सैन्य रूप से उपस्थित है।