सीरिया की राजधानी दमिश्क में सुन्नी विद्वान की हत्या
सीरिया के स्थानीय मीडिया ने आज (रविवार) खबर दी कि, दमिश्क के “जौबर” इलाके में सुन्नी विद्वान, शेख उमर मुहीउद्दीन हौरी” का शव बरामद किया गया है। शेख उमर हौरी सीरिया के जाने-माने इस्लामी विद्वान थे, जिन्हें करीब 9 दिन पहले अज्ञात लोगों ने अगवा कर लिया था। उनके लापता होने के बाद से ही किसी के पास उनकी कोई जानकारी नहीं थी।
शेख उमर मुहीउद्दीन हौरी “मुसअब बिन उमैर” मस्जिद के इमाम थे और दमिश्क के “मिदान” इलाके में रहते थे। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, वह धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय थे।
स्थानीय मीडिया ने यह दावा किया है कि शेख उमर हौरी की हत्या उनकी सीरिया की पूर्व सरकार के अधिकारियों के साथ सहयोग के कारण हुई। यह आरोप विद्रोही समूह “हयात तहरीर अल-शाम” से जुड़ा हुआ है, जिसने सीरिया के कई हिस्सों में सत्ता स्थापित कर रखी है।
सीरिया में हाल के वर्षों में विद्रोहियों के बढ़ते प्रभाव के चलते कई प्रमुख व्यक्तित्व निशाने पर आए हैं। विद्रोहियों के सत्ता में आने के बाद, ऐसे कई मामलों में प्रमुख हस्तियां पहले गायब हुईं और फिर अज्ञात हमलावरों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई।
इससे पहले भी, सीरिया में “इस्माइल नादी,” जो एक प्रसिद्ध रसायनज्ञ थे, और शेख “तौफीक अल-वती,” जो विख्यात इस्लामी विद्वान शेख “मोहम्मद सईद रमजान अल-बूती” के बेटे थे, की हत्या कर दी गई थी। इन हत्याओं ने सीरिया में असुरक्षा और अराजकता को और गहरा किया है।
शेख उमर हौरी की हत्या ने न केवल धार्मिक समुदाय में बल्कि पूरे सीरिया में गहरी चिंता पैदा कर दी है। धार्मिक और सामाजिक हस्तियों की लगातार होती हत्याओं से देश में शांति स्थापित करने की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं सीरिया की स्थिति को और भी अधिक जटिल बना रही हैं।