इराक में राजनीतिक संकट के अंत के संकेत
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि इराक में राजनीतिक संकट खत्म होने के संकेत मिल रहे हैं और शिया क्वार्डिनेशन कमेटी में शामिल दलों ने जल्द ही संसद का सत्र बुलाने का फैसला किया है। इराकी न्यूज चैनल दजला ने शिया पार्टी की एकता समन्वय समिति के एक नेता के संदर्भ में पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी के घर पर हुई बैठक का विवरण दिया है कि संसद का सत्र चेहलम हजरत इमाम हुसैन के बाद बुलाया जाएगा ऐसी यह सहमति हुई है।
बता दें कि दजला न्यूज के मुताबिक शिया समन्वय समिति के नेता चेहलम हज़रत इमाम हुसैन के सम्मान को बनाए रखने और इस महान कार्यक्रम को सभी प्रकार के अप्रत्याशित राजनीतिक प्रभावों से बचाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। रिपोर्ट में समन्वय समिति के सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया है कि चेहलुम हजरत इमाम हुसैन के ख़त्म होने के बाद संसद फिर से काम करना शुरू कर देगी। और राजनीतिक दल सरकार बनाने की दिशा में कदम उठाएगी।
साथ ही हनुरी अल-मलिकी के नेतृत्व वाले राजनीतिक दलों, दौलत कानून के नेता काज़ेम अल-हैदरी ने कहा है कि समन्वय समिति में शामिल सभी दल एक बार फिर मुहम्मद शियाह अल-सुदानी को प्रधान मंत्री के रूप में नामित करने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने साफ़ लफ़्ज़ों में कहा कि मुहम्मद अल-शियाह अल-सुदानी प्रधानमंत्री पद के लिए शिया समन्वय समिति के एकमात्र उम्मीदवार हैं।
काज़िमुल हैदरी ने कहना है कि सभी राजनीतिक गुटों का मानना है कि देश को मौजूदा स्थिति और जटिल स्थिति से बाहर निकालने के लिए नई सरकार का गठन जरूरी है। इराक पिछले साल अक्टूबर में हुए आम चुनावों के बाद से राजनीतिक संकट की चपेट में है, जिसमें कोई भी राजनीतिक दल अकेले सरकार बनाने के लिए आवश्यक सीटें नहीं जीत सका।
ग़ौरतलब बात ये है कि दस महीने बीत जाने के बावजूद सत्ता के संघर्ष और गठबंधन सरकार की स्थापना पर राजनीतिक दलों और गुटों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है। इराक की राजधानी बगदाद पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक उथल-पुथल की चपेट में है, इस दौरान कहा जाता है कि कम से कम तीस लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए थे।