लेबनान में घुसपैठ की कोशिश में कई इज़रायली सैनिक मारे गए
लेबनानी इस्लामी प्रतिरोध (हिज़्बुल्लाह) के अनुसार, आज तड़के हिज़्बुल्लाह के लड़ाके इज़रायली जमीनी सैनिकों के एक समूह से भिड़ गए, जो खिला अल-महाफ़र क्षेत्र से अल-अदिसेह सीमावर्ती शहर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। हिज़्बुल्लाह ने बताया कि इस संघर्ष में इज़रायली सैनिकों को गंभीर नुकसान हुआ, जिससे उन्हें पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा।
इज़रायली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अल-अदिसेह में सुबह के समय हिज़्बुल्लाह ने 20 इज़रायली कमांडो के घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया। इस संघर्ष में कुछ इज़रायली सैनिक मारे गए और कई घायल हुए। कम से कम चार हेलीकॉप्टर घायल सैनिकों को निकालने के लिए भेजे गए, जिन्हें हाइफ़ा के रामबाम, स्फ़द के ज़ीव और तेल अवीव के बीलिन्सन अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल की प्रतिक्रिया
रामबाम अस्पताल के प्रवक्ता ने सीएनएन से बात करते हुए उत्तरी कब्जे वाले क्षेत्रों में एक “सुरक्षा घटना” की पुष्टि की, लेकिन उन्होंने अस्पताल में भर्ती किए गए सैनिकों की संख्या पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
हिज़्बुल्लाह ने अपने दूसरे बयान में कहा कि आज सुबह 7:15 बजे लेबनानी लड़ाकों ने उत्तरी कब्जे वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्र में स्थित शूमीरा सैन्य अड्डे पर रॉकेट दागे, जहां इज़रायली सैनिक तैनात थे। यह हमला ग़ाज़ा पट्टी के लोगों के समर्थन और उनके बहादुर प्रतिरोध के साथ-साथ लेबनान और इसके लोगों की रक्षा के लिए किया गया।
हिज़्बुल्लाह ने अपने तीसरे और चौथे बयान में कहा कि उनके लड़ाकों ने इज़रायली पैदल सैनिकों को मस्कफ़ाम नामक कब्जे वाले शहर में रॉकेट और तोपों से निशाना बनाया, और इसके साथ ही शेटुला शहर में इकट्ठे इज़रायली सैनिकों को बरकान मिसाइलों से मार गिराया।
ये हमले लेबनानी हिज़्बुल्लाह द्वारा हाल के दिनों में इज़रायली सीमा पर की गई कार्रवाई का हिस्सा हैं, जिसमें उन्होंने ग़ाज़ा के लोगों के समर्थन और अपनी क्षेत्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।