वॉशिंगटन : (रायटर्स)- शुक्रवार को जारी की गई संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने साल 2018 में पत्रकार जमाल ख़ाशुकजी को पकड़ने या कत्ल करने के लिए एक ऑपरेशन को मंजूरी दी थी, अमेरिका ने इस में शामिल कुछ लोगों पर प्रतिबंध भी लगाया लेकिन सऊदी अरब के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने की कोशिश में क्राउन प्रिंस को बक्श दिया।
अपको बता दें कि खशोगी एक अमेरिकी नागरिक था जिन्होंने क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की नीतियों के विषय मे वाशिंगटन पोस्ट क्रिटिकल के लिए कॉलम लिखा था जिसके बाद उनको इस्तांबुल में क्राउन प्रिंस की एक टीम द्वारा मार डाला गया था।
हालांकि सऊदी सरकार ने इस घटना में मोहम्मद बिन सलमान का हाथ होने से साफ इंकार कर दिया और अमेरिका द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को भी सिरे से खारिज कर दिया है, उनका कहना है कि खशोगी की हत्या में किसी दूसरे समूह का हाथ है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी ये स्पष्ट किया कि राजनीतिक विरोधियों की हत्या करना अमेरिका में स्वीकार्य नहीं होगा जबकि वे खुद 35 वर्षीय सऊदी प्रिंस से संबंध बनाए हुए हैं जिनके द्वारा दुनिया के शीर्ष तेल निर्यातकों में से एक पर शासन कर सकने की उम्मीद है,और वे ईरान के खिलाफ दुश्मनी में सहयोगी भी हो सकते हैं।
शुक्रवार को एक इंटरव्यू में बाइडन ने कहा कि उन्होंने सऊदी किंग सलमान से कहा है कि सऊदी अरब को संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ निपटने के लिए पहले मानवाधिकारों के हनन से निपटना होगा।
अमेरिकी कार्यालय के निदेशक ने चार पेज की एक रिपोर्ट में कहा कि हमारा अंदाजा यही है की मोहम्मद बिन सलमान द्वारा ही जमाल खशोगी को पकड़ने या कत्ल करने के लिए इस्तांबुल तुर्की में एक ऑपरेशन को मंजूरी दी गई थी।