हज यात्रा टलने के कारण सऊदी अरब को होगा भारी आर्थिक नुकसान

हज यात्रा टलने के कारण सऊदी अरब को होगा भारी आर्थिक नुकसान हज यात्रा टलने के कारण सऊदी अरब को इस साल फिर भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना होगा।

हज के मौसम में तीर्थयात्रियों की संख्या में गिरावट के कारण सऊदी अरब की आय को भारी नुकसान हो रहा है। वर्तमान में कोरोनावायरस और मंदी के साथ-साथ तेल की गिरती कीमतों के कारण सऊदी अरब दोहरे झटके झेल रहा है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार हज यात्रियों के ना आने के कारण सऊदी अरब को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। सऊदी हज और उमरह के कारण सालाना लगभग 12 अरब डॉलर का राजस्व प्राप्त होता है।

हज को हर साल वैश्विक मीडिया कवरेज देता है लेकिन पिछले साल सऊदी अरब ने विदेशी मीडिया को हज कवरेज करने से रोक दिया था।

सऊदी अरब सरकार ने घोषणा करते हुए कहा है कि कोरोनावायरस के प्रकोप और इस महामारी के नए वेरिएंट के सामने आने के कारण इस साल भी विदेशी यात्रियों को हज की अनुमति नहीं मिलेगी। सऊदी अरब में रहने वाले सिर्फ 60000 लोगों को हज की अनुमति दी जाएगी।

सऊदी अरब की अधिकारिक न्यूज़ एजेंसी ने रिपोर्ट देते हुए कहा है कि हज के लिए आवेदन करने वाले लोगों की आयु सीमा 18 से 65 वर्ष होनी चाहिए। सिर्फ उन्हीं लोगों को हज करने की अनुमति दी जाएगी जो कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हों।

याद रहे कि दुनिया भर से प्रति वर्ष लाखों मुसलमान उमरह के लिए सऊदी अरब आते हैं। सऊदी सरकार ने कहा है कि महामारी का खतरा कम होने के बाद ही हज यात्रा के लिए अनुमति देंगे।

सऊदी सरकार ने इस साल भी 60,000 लोगों को हज की अनुमति तो दी है लेकिन साफ किया है कि किसी को भी हजरे असवद ( खाना ए काबा में लगा जन्नत का एक स्याह पत्थर) के करीब जाने की इजाजत नहीं है। कोई इस पवित्र पत्थर को छू नहीं सकता।

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