सऊदी अरब ने अमेरिका को खुश करने के लिए किया भारी निवेश अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सऊदी अरब को दुधारू गाय कहते थे और समय-समय पर नित नए बहानों से सऊदी अरब से भारी रकम वसूल करते रहे हैं।
सऊदी अरब ने वर्तमान अमेरिकी प्रशासन को खुश करने के लिए एक बार फिर अमेरिका में भारी निवेश किया है। अमेरिकी मीडिया ने पर्दाफाश करते हुए कहा है कि सऊदी अरब डिजिटल प्लेटफॉर्म लांच करके अमेरिका में अपनी छवि सुधारने के लिए भारी निवेश कर रहा है।
इस रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अधिकारी अमेरिका में एक डिजिटल न्यूज़ एजेंसी शुरू हो करने की योजना पर काम कर रहे हैं ताकि इस माध्यम से व्हाइट हाउस और अमेरिकी कांग्रेस पर दबाव बनाने में सफल रहें।
सऊदी लीक्स की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी सरकार यह कदम इसलिए उठा रही है क्योंकि अमेरिका का वर्तमान प्रशासन सऊदी अरब के युवराज को उनके अपराधों एवं मानव अधिकारों के हनन के लिए अधिक महत्व नहीं देता है।
लॉबिस्ट फाइनेंशियल डिस्क्लोजर एक्ट के तहत अमेरिकी अदालत को सौंपे गए दस्तावेजों में कहा गया है कि इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का स्वामित्व सऊदी कंपनी के पास है। यह प्रोजेक्ट अमेरिकी प्रशासन और सीनेट को प्रभावित करने के प्रयास का एक हिस्सा है और इस काम के लिए इस प्रोजेक्ट में बहुत से पत्रकारों एवं मीडिया पेशेवरों को अलग-अलग अमेरिकी एवं इंटरनेशनल प्लेटफार्म से जोड़ा गया है जिसमें फॉक्स न्यूज़, एनपीसी और अल जजीरा से संबंधित लोग भी शामिल हैं।
इस प्लेटफार्म का प्रबंधन सऊदी अरब के स्वामित्व वाले अरेबिया के एंकर रहे पत्रकार एली नाकोज़ी के नेतृत्व में प्राइम टाइम मीडिया करेगा।
नाकोजी ने एक अमेरिकी चैनल से पत्राचार में कहा है कि इस साल के अंत तक यह प्लेटफॉर्म शुरू हो जाएगा। दस्तावेजों के अनुसार इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने के लिए नाकोज़ी की कंपनी को कम से कम 1.6 मिलियन डॉलर प्राप्त होंगे।
याद रहे कि सऊदी अरब के यह प्रयास अमेरिका के साथ उसके संबंधों में आए तनाव के बाद हो रहे हैं। सऊदी अरब और अमेरिका के संबंधों में सऊदी आलोचक पत्रकार जमाल खाशुकजी की सऊदी टीम द्वारा हत्या के बाद से तनाव गहरा गया है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस बात की पुष्टि की है कि यह टीम सऊदी युवराज के इशारों पर काम करती है।