रूस ने किया इशारा, ईरान के साथ परमाणु समझौते का रास्ता है साफ़
रूस के व्लादीमीर यरमाकोफ़ ने कहा कि ईरान की परमाणु समझौते की बहाली के रास्ते की सारी रुकावटें ख़त्म हो चुकी हैं और इस समझौते में कोई भी चीज़ अब ऐसी नहीं बची है जो रुकावट की वजह बन रही हो।
परमाणु अप्रसार विभाग के प्रमुख व्लादीमीर यरमाकोफ़ का मानना है कि कूटनीति में अकसर देखने में आता है कि आख़िरी चरण बहुत कठिन है मगर ईरान के साथ परमाणु समझौते के मामले में हमारे लिए कोई महत्वपूर्ण रुकावट नहीं बन रही है।
रूसी अधिकारी यरमाकोफ़ ने अमेरिकी नीतियों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि मुख्य बिंदु यह है कि सारे पक्ष सही दिशा में आगे बढ़ें और अपने आंतरिक राजनैतिक मुद्दों को इस विषय में न उलझाएं।
उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि अमेरिकियों के बयान और उनकी गैरेंटी चुनाव से पहले दिए जाने वाले नारों के समान न हो।
आपको बताते चलें कि ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को हटवाने के लिए कुछ महीनों से विएना में ईरान के साथ विश्व शक्तियों की बातचीत हो रही है।
ज्ञात रहे कि अमेरिका के साथ ईरान की वार्ता यूरोप के माध्यम से हो रही है। दोनों पक्षों की ओर से प्रगति की सूचना आई है मगर यह ख़बरें भी बार बार आ रही हैं कि अमरीकी वार्ताकार टीम तार्किक मांगों पर भी अमल नहीं करना चाहती जिसकी वजह से अंतिम सहमति नहीं बन पा रही है।
ईरान के साथ विश्व शक्तियों का यह समझौता 2015 में हुआ था मगर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प 2018 में समझौते से निकल गए और उन्होंने समझौते का उल्लंघन करते हुए ईरान पर प्रतिबंध लगा दिए थे।
आपको ये बता दें कि ईरान पिछले कई दशकों से अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा थोपे गए प्रतिबंधों को झेल रहा है जिसके चलते ईरानी जनता को बेहद कष्ट झेलना पड़ा है, यही कारण है कि ईरानी जनता समेत पूरे विश्व की निगाहें इस समझौते पर टिकी हुए हैं, अब देखना यह है कि क्या अमेरिका पिछले प्रतिबंधों को हटा कर वार्ता में भाग लेगा या प्रतिबंधों का दौर इसी प्रकार जारी रहेगा।
अभी कुछ महीनों से विएना में यह प्रतिबंध हटाने और समझौता बहाल करने के लिए आठवें दौर की वार्ता हो रही है जो अस्थायी रूप से स्थगित है।