होलोकॉस्ट में मरे यहूदियों के लिए दुआ करने वाले मुफ़्ती को इनाम
सऊदी अरब के शासक परिवार आले सऊद और इस्राईल के संबंध जग जाहिर हैं. बाइडन की सऊदी यात्रा जैसे जैसे क़रीब आ रही है आले सऊद इस्राईल के लिए अपने इश्क़ को ज़ाहिर करने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे हैं.
ताज़ा मामला हज के अवसर पर मस्जिदे नमेरा के खतीब और इमाम को लेकर है. आले सऊद ने अरफ़ा के दिन इस मस्जिद की ज़िम्मेदारी उस मुफ़्ती को दी है जो तथाकथित होलोकॉस्ट की याद में होने वाले प्रोग्राम में यहूदियों के लिए मग़फ़ेरत की दुआ की थी.
कौंसिल ऑफ़ ग्रेट स्कॉलर्स ऑफ़ द इस्लामिक वर्ल्ड एसोसिएशन का सदस्य और सऊदी अरब की एक मस्जिद का पेश इमाम शैख़ मोहम्मद बिन अब्दुल करीम ईसा अपनी यहूदी दोस्ती के लिए पहले ही काफी चर्चा में रह चूका है जिसका इनाम उसे सऊदी सरकार की ओर से समय समय पर मिलता भी रहा है.
अब आले सऊद की ओर से हज के दौरान अरफ़ा के दिन मशअर और अरफ़ात के नज़दीक स्थित अहम् मस्जिद नमेरा के इमाम और ख़तीब की ज़िम्मेदारी भी उसकी इन्हीं हरकतों का इनाम कही जा रही है.
मक्का के गवर्नर हाउस की ओर से किये गए ट्वीट में कहा गया है कि अरफ़ा के दिन मस्जिदे नमेरा में शैख़ मोहम्मद बिन अब्दुल करीम ईसा को इमाम और खतीब के रूप में आले सऊद की ओर से मंज़ूरी मिल गई है.
बता दें कि शैख़ मोहम्मद बिन अब्दुल करीम ईसा पिछले साल होलोकॉस्ट की याद में आयोजित होने वाले प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए पोलैंड भी गए थे.
उसकी पोलैंड यात्रा और मारे गए यहूदी लोगों के लिए दुआ करने पर इस्राईल विदेश मंत्रालय के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा गया था कि यह असल इस्लाम.