तेल अवीव पर क़साम ब्रिगेड का मिसाइल हमला
फ़िलिस्तीन के हमास की सैन्य शाखा क़साम ब्रिगेड द्वारा तेल अवीव पर मिसाइल हमला किया गया है। यह हमला फ़िलिस्तीन और इज़रायल के बीच जारी तनाव और संघर्ष की एक और बड़ी कड़ी है। इज़रायली मीडिया और सेना के अनुसार, हमले के समय तेल अवीव में सायरन बज उठे, जो लोगों को खतरे की चेतावनी देने के लिए बजाए जाते हैं। यह सायरन 7 अक्टूबर की घटना के एक साल बाद फिर से बजने लगे, जो तेल अवीव और आसपास के क्षेत्रों में भय और चिंता का माहौल उत्पन्न कर रहा है।
सिविलियन प्रतिक्रियाएं और सुरक्षा कदम
तेल अवीव के “ग्रेटर तेल अवीव” क्षेत्र में हिब्रू मीडिया ने रिपोर्ट किया कि हजारों इज़रायली नागरिक शरण स्थलों की ओर भागने लगे। इस हमले के बाद, नागरिकों में एक व्यापक स्तर पर घबराहट और असुरक्षा की भावना पैदा हुई, और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के निर्देश दिए गए।
हमले पर हमास की प्रतिक्रिया
क़साम ब्रिगेड ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि यह हमला इज़रायल द्वारा फ़िलिस्तीनी नागरिकों पर किए गए अत्याचारों और उनके जबरन पलायन के जवाब में किया गया है। हमास ने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने एम-90 मिसाइलों से तेल अवीव को निशाना बनाया। इसके अलावा, गाजा पट्टी से और मिसाइलें दागी गईं, जो इज़रायल के विभिन्न हिस्सों में गिरीं।
घायलों और नुकसान की जानकारी
इज़रायली टेलीविज़न चैनल 12 के अनुसार, गाजा पट्टी से छोड़ी गई मिसाइलों में से एक के गिरने से कई लोग घायल हुए हैं। हमले की जगह, विशेष रूप से तेल अवीव के होलेन इलाके में, मिसाइल गिरने की तस्वीरें भी इज़रायली मीडिया द्वारा प्रकाशित की गई हैं। मिसाइल गिरने से वहां मौजूद संपत्ति और संरचनाओं को भी क्षति पहुंची है।
इज़रायली सेना की प्रतिक्रिया
इज़रायली कब्जाधारी सेना ने अपने रेडियो प्रसारण में पुष्टि की कि गाजा पट्टी के दक्षिण में स्थित खान यूनुस से कुल 5 मिसाइलें तेल अवीव की ओर दागी गईं। सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए हमास के ठिकानों पर हमले किए और अधिक सुरक्षा उपायों को लागू किया।