आयतुल्लाह ख़ामेनई से मिले पुतिन, यूक्रेन समेत अहम् मुद्दों पर चर्चा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आस्ताना बैठक में भाग लेने के लिए तेहरान पहुंचे हुए है. ईरान यात्रा पर गए पुतिन ने इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई से भी मुलाक़ात की.
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने पुतिन के साथ मुलाक़ात में कहा कि पश्चिमी जगत एक मजबूत और स्वतंत्र रूस के पूरी तरह खिलाफ है. आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि नाटो एक खतरनाक इकाई है, यदि नाटो के लिए रास्ता खुला हो तो वह कोई सीमा और हद को नहीं मानता. अगर नाटो को यूक्रेन में न रोका जाता, तो कुछ समय बाद , वह क्रीमिया के बहाने यह युद्ध शुरू कर देता.
सीरिया संकट पर बात करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि एक अन्य मुद्दा सीरिया का है. सीरिया में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा यूफ्रेट्स के पूर्व में मौजूद उपजाऊ भूमि और तेल की संपदा से मालामाल इलाक़ों पर अमेरिका का क़ब्ज़ा है. इसका सिर्फ एक इलाज है और वह यह कि अमेरिका को यहाँ से निकाला जाए .
क्षेत्रीय मामलों में ज़ायोनी लॉबी खासकर इस्राईल की भूमिका और जवाब में पुतिन के कड़े रुख को सरहाते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनई ने आर्मेनिया संकट पर कहा कि हम उन नीतियों और प्रोग्राम को कभी मंज़ूरी नहीं देंगे जो ईरान आर्मेनिया बॉर्डर को सील करने का समर्थन करते हों.
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने पश्चिमी जगत खास कर अमेरिका के बारे में बात करते हुए कहा कि धोखे के खिलाफ सतर्कता बरतना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी अत्याचारी और चालाक दोनों हैं, और पूर्व सोवियत संघ के पतन का एक कारण यह भी था कि वह अमेरिकी नीतियों के सामने धोखा खा गए. अब पुतिन के ज़माने में रूस ने एक बार फिर अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता को मज़बूती से बनाए रखा है.
पुतिन ने भी अमेरिका की दोहरी और आतंकी नीतियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि हम से कई पश्चिमी देशों ने कहा है कि हम यूरोपीय यूनियन में यूक्रेन की सदस्य्ता के विरोधी थे लेकिन अमेरिका के दबाव में हमे झुकना पड़ा.
पुतिन ने ईरान के विश्व विख्यात जनरल क़ासिम सुलेमानी की हत्या को अमेरिकियों की बुराइयों और शैतानी का एक और उदाहरण बताते हुए कहा कि रूस के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंध खुद यूरोपीय देशों के लिए हानिकारक हैं. इन प्रतिबंधों का परिणाम ही है कि यूरोप तेल की कीमतों और खाद्य आपूर्ति संकट में घिरा है.