आयतुल्लाह ख़ामेनई से मुलाक़ात करने पहुंचे क़ज़ाक़िस्तान के राष्ट्रपति
ईरान यात्रा पर गए कज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ईरान के सुप्रीम लीडर से मुलाक़ात की. ईरान के सर्वोच्च नेता ने इस मुलाक़ात में कहा कि वेस्टर्न कंट्रीज़ को जहाँ भी अवसर मिलेगा अपना प्रभाव बढ़ाने में किसी भी काम से संकोच नहीं करेंगे.
कजाकिस्तान के राष्ट्रपति के साथ मुलाक़ात में आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि यूक्रेन के मामले में असल समस्या यह है कि वेस्टर्न कंट्रीज़ नाटो को और विस्तार देने में लगे हुए हैं और उन्हें जहां भी ऐस लगता है कि उनका प्रभाव बढ़ सकता है वह कोई भी क़दम उठाने में संकोच नहीं करते.
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्त तोकायेव और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत में दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का जिक्र करते हुए, दोनों देशों के बीच अलग अलग मैदानों, ख़ास कर इलाक़ाई सहयोग को और बढ़ाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया.
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने सियासी और इकोनॉमिकल मामलों में आपसी तालमेल को आपसी रिश्तों को बढ़ाने में मददगार और ज़रूरी बताते हुए जॉइंट कमीशन को एक्टिव रखने की बात कही. आयतुल्लाह खामनेई ने कहा कि दोनों पक्षों को आपसी समझौतों को लागू करने के लिए दोगुना मेहनत करना चाहिए.
आयतुल्लाह ख़ामेनई ने दोनों देशों के बीच कल्चरल सहयोग को बढ़ाने पर ज़ोर देते हुए कहा कि इस्लामिक फ्लॉस्फर और स्कॉलर फ़ाराबी का संबध क़ज़ाक़िस्तान से है लेकिन ईरान में उन पर हज़ारों वर्षों से रिसर्च कार्य हो रहे हैं. वह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग और साइंटिफिक कमेटी के गठन का आधार हो सकते हैं.
यूक्रेन संकट पर बात करते हुए आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि यूक्रेन के मामले में असल समस्या यह है कि वेस्टर्न कंट्रीज़ नाटो को और विस्तार देने में लगे हुए हैं और उन्हें जहां भी ऐस लगता है कि उनका प्रभाव बढ़ सकता है वह कोई भी क़दम उठाने में संकोच नहीं करते.
उन्होंने कहा कि इन मामलों की सावधानी और गंभीरता से निगरानी करने की ज़रूरत है. होशियार रहना होगा क्योंकि अमेरिका और वेस्टर्न कंट्रीज़ पूर्वी और पश्चिमी एशिया समेत दुनिया के अलग अलग हिस्सों में अपना प्रभाव बढ़ाने बढ़ाने और अन्य देशों की संप्रभुता को नुकसान पहुँचाने की कोशिश में लगे हुए हैं.