फ़िलिस्तीन के उत्तर पश्चिमी इलाक़े में इज़राइली सैनिकों द्वारा किए जाने वाले हमले में कई फ़िलिस्तीनी घायल हो गए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के माध्यम से सूचना मिली है कि फ़िलिस्तीन के उत्तर पश्चिमी इलाक़े में इज़राइली सैनिकों द्वारा किए जाने वाले हमले में कई दर्जन फ़िलिस्तीनी घायल हो गए हैं।
आनातोली की रिपोर्ट के अनुसार इज़राइल की सेना द्वारा गोली से मारे गए एक युवा फ़िलिस्तीन व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद नाबेल्स के उत्तर में बुरक़ेह गांव में इज़राइल की सेना और फ़िलिस्तीनियों के बीच संघर्ष हुआ।
समाचार सूत्रों ने बताया कि इज़राइल की सेना ने फ़िलिस्तीनियों पर हमला करने के लिए युद्ध में इस्तेमाल होने वाली गोलियां और आंसू गैस गोले का इस्तेमाल किया जबकि फ़िलिस्तीन युवकों ने उन पर पत्थर फेंक कर उनका मुक़ाबला किया।
चिकित्सा सूत्रों ने आनातोलियन समाचार एजेंसी को बताया कि एक फ़िलिस्तीनी के हाथ में गोली लगी और उसे अस्पताल ले जाया गया।
बुधवार की सुबह यह घोषणा की गई कि बुरक़ेह गांव का निवासी 23 वर्षीय अहमद हिकमत सैफ़ कुछ दिन पहले इज़राइल की सेना और फ़िलिस्तीनियों के बीच होने वाले संघर्ष में गंभीर रूप से घायल हो गया था और अपनी चोटों की गंभीरता के चलते आज सुबह मर गया।
फ़िलिस्तीनी क़ैदियों के समर्थन में होने वाले मार्च में इज़राइली सेना और फ़िलिस्तीनी जनता के बीच झड़प हुई जिसमें यह फ़िलिस्तीनी युवा घायल हो गया था इसे तीन गोली लगी थी और बेहद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कल उसके मरने की ख़बर का एलान किया गया था।
इस हफ़्ते दो फ़िलिस्तीनी इज़राइली सेना की गोली से मारे गए हैं, और हालिया दिनों में नाबेल्स, जनीन और क़ुद्स में इज़राइली सेना ने अपनी कार्यवाहियों को तेज़ कर दिया है जिसके बाद इन इलाक़ों में तनाव बढ़ गया है।
तीन दिन पहले अबू दैस में भी इज़राइली सेना की गोली से एक फ़िलिस्तीनी जवान मारा गया था और चार दिन पहले अल-तूर में भी 19 साल के एक फ़िलिस्तीनी युवा को गोली मारी थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।