बैतुल मुक़द्दस के निकट फ़िलिस्तीनियों के मकान ध्वस्त, 25 लोग गिरफ़्तार
इस्राईल ने बैतुल मुक़द्दस के बहुचर्चित शैख़ जर्राह मोहल्ले में एक फ़िलिस्तीनी इमारत को गिरा दिया है।
इस्राईल सेना ने अपना घर गिराने की कार्यवाही का प्रतिरोध करने वाले फिलिस्तीनी पीड़ित परिवारओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार करते हुए 25 लोगों को बंदी बना लिया है।
इस्राईली पुलिस ने महमूद सालेहिया नाम के फ़िलिस्तीनी का घर गिराया है और यह दावा किया है कि घर ग़ैर क़ानूनी था क्योंकि इसका निर्माण स्कूल की जगह पर किया गया था। जबकि सच्चाई यह है कि शैख़ जर्राह मोहल्ले में स्थित फ़िलिस्तीनी घरों के विरुद्ध पिछले कई महीनों से इस्राइल की विध्वंसकारी गतिविधियां चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
बुधवार की सुबह घर के सारे लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया और फिर उसे गिरा दिया गया। इस्राईली पुलिस ने सोमवार को भी घर गिराने की कोशिश की थी लेकिन परिवार के प्रतिरोध के कारण उसे पीछे हटना पड़ा था। महमूद सालेहिया का कहना है कि वह अदालत में अपना मुक़दमा लड़ रहे थे लेकिन इस्राइली पुलिस ने उनका घर गिरा दिया, सालेहिया का कहना है कि उनका परिवार 1948 से इस मकान में जीवन गुज़ार रहा है।
बैतुल मुक़द्दस में और भी सैकड़ों फ़िलिस्तीनी मकान हैं जिन्हें इस्राईल ध्वस्त कर देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हैरत की बात यह है कि इस्राईल की ऐसी बर्बरता के बाद भी यूरोप समेत संयुक्त राष्ट्र संघ भी कोई हल नहीं निकाल सका है।