हमारी टीम ने अल-शिफ़ा अस्पताल में सामूहिक कब्रें देखी हैं: डब्लूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ग़ाज़ा पट्टी में खासकर अल-शिफ़ा अस्पताल में मानवीय संकट गहराया हुआ है। डब्लूएचओ के अधिकारियों का कहना है कि वह अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। डब्लूएचओ के अधिकारी फिलहाल इज़रायली सेना के साथ समन्वय करके मरीजों और स्टाफ को निकालने के लिए सुरक्षित रास्ता बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को अल-शिफ़ा अस्पताल के एक डॉक्टर ने दावा किया था कि इज़रायली सेना ने अस्पताल खाली करने के लिए एक घंटे का वक्त दिया है। इस खबर के बाद अस्पताल से लोगों के भागने की तस्वीरें भी सामने आई। अल-शिफ़ा अस्पताल में मिशन का नेतृत्व करने वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि आने वाले दिनों में और अधिक टीमें अल-शिफ़ा पहुंचने का प्रयास करेंगी ताकि रोगियों को दक्षिणी ग़ाज़ा ले जाने की कोशिश की जा सके।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बयान में कहा कि उसकी टीमें जो अल-शिफ़ा अस्पताल में तैनात हैं, उन्होंने अस्पताल के गेट पर सामूहिक कब्रें देखी हैं और 80 से ज्यादा लोगों को यहां दफनाया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम अल-शिफ़ा अस्पताल से 25 स्टाफ कर्मचारियों, 291 मरीजों जिनमें गंभीर रूप से बीमार 32 बच्चे भी शामिल हैं, उन्हें किसी दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने की तैयारी कर रही है। इन मरीजों को अगले 24 से 72 घंटे में निकाल लिया जाएगा।
इसके लिए डब्लूएचओ, ओसीएचए, यूएनडीएसएस, यूएनआरडब्लूए की संयुक्त टीम इस काम में जुटी है। इज़रायली सेना ने उत्तरी ग़ाज़ा में अपने जमीनी हमले को तेज कर दिया है। अल-शिफ़ा लगभग आठ दशकों से ग़ाज़ा पट्टी के चिकित्सा बुनियादी ढांचे का धड़कता दिल रहा है, लेकिन अब विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ये अब “मूल रूप से काम नहीं कर रहा है।
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, इज़रायली सैनिक अस्पताल में रह रहे हैं और हमास के कमांड सेंटर की तलाश कर रहे हैं। हमास और अस्पताल के कर्मचारियों ने इज़रायल के आरोपों से इनकार किया है। इज़रायल ने दावा किया था कि अस्पताल में हमास की सुरंगे और हथियारों का ज़ख़ीरा मिला है, लेकिन उसका वीडियो फ़र्ज़ी साबित हुआ है। इज़रायल द्वारा जारी किए गए वीडियो को विशेषज्ञों ने फ़र्ज़ी क़रार दिया है।
इज़रायल ने कथित तौर पर अल-शिफ़ा अस्पताल खाली कर दक्षिणी ग़ाज़ा की ओर जाने को कहा था। ज्यादातर लोग अस्पताल खाली कर पैदल ही दक्षिणी गाजा की ओर चल पड़े हैं, क्योंकि वहां सवारी का कोई साधन नहीं है। कुछ वायरल वीडियोमें यह भी देखा गया है कि इज़रायल ने ग़ाज़ा पट्टी छोड़ कर जाने वालों पर भी हमला किया है। दक्षिणी ग़ाज़ा के अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ है।
वहां नए मरीजों को भर्ती करने की जगह भी नहीं बची है, लेकिन फिर भी उन्हें वहां भर्ती किया जा रहा है। अलजज़ीरा के मुताबिक, पैदल जा रहे कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं, वे चलने में असमर्थ हैं, मगर फिर भी लगातार चल रहे हैं। हालांकि अस्पताल के कर्मचारी अभी भी अल-शिफ़ा में 291 मरीजों के साथ हैं।