हमारी सेना इजरायल के खिलाफ ऑपरेशन के आदेश का इंतजार कर रही है: यमनी सूत्र
इजरायली शासन द्वारा गाजा में मानवीय सहायता के आगमन के संबंध में अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं करने के बाद, एक यमनी सूत्र ने कहा कि वे अपने ज़ायोनी विरोधी अभियान फिर से शुरू करेंगे।
फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एक उच्च पदस्थ यमनी सूत्र ने अल-मयादीन समाचार चैनल को बताया: इज़रायल ने समझौते का पालन नहीं किया है और गाजा की नाकाबंदी नहीं हटाई है। इसलिए, यमन अपनी स्थिति पर कार्रवाई करेगा।
इस बात पर ज़ोर देते हुए कि यमनी सेना ने अपने अभियानों के लिए सैन्य तैयारी कर ली है और केवल आदेशों की प्रतीक्षा कर रही है, उन्होंने स्पष्ट किया: इज़रायल के खिलाफ समुद्री अभियानों का उद्देश्य गाजा में उनको हराना और घेरना और इस क्षेत्र में मानवीय सहायता पहुंचाना है।
यमनी क्रांति के आध्यात्मिक नेता सैय्यद अब्दुल मलिक बद्र अल-दीन अल-हूती ने दो दिन पहले इज़रााली शासन को चेतावनी दी थी कि, यदि मानवीय सहायता गाजा पट्टी में प्रवेश नहीं करती है, तो यमन अपनी सैन्य कार्रवाई शुरू कर देगा।
अंसारुल्लाह के नेता ने बताया कि अरब और इस्लामी देशों को गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए, और उन्होंने यह भी स्पष्ट किया: इनमें से कई देश गाजा पट्टी में सहायता के आगमन को कोई महत्व नहीं देते हैं।
अल-हूती ने यह भी कहा: गाजा पट्टी में सहायता के आगमन के लिए निर्धारित समय सीमा के संबंध में, हम अपनी स्थिति पर कायम हैं और यमनी सशस्त्र बल ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
यमनी सूत्र ने कहा कि फ़िलिस्तीन के प्रति यमन की स्थिति किसी भी तरह से नहीं बदलेगी और इज़रायल शांति की तलाश में नहीं है। गाजा के लोगों को भूखा रखना इस समय दुश्मन की नीति है, लेकिन यह योजना लागू नहीं की जाएगी।