ओआईसी ने इजरायल द्वारा ग़ज़्ज़ा निवासियों को जबरन हटाने की निंदा की
इज़रायली सेना ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा निवासियों को सैन्य अभियान शुरू होने से पहले अपने प्रस्थान में देरी नहीं करनी चाहिए। गौरतलब है कि निकासी के कारण इलाके के उत्तरी हिस्से की सड़कों पर ट्रैफिक जाम हो गया है। इज़रायली सैन्य प्रवक्ता रिचर्ड हैच ने कहा कि नागरिक सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक दक्षिणी ग़ज़्ज़ा की तरफ़ जा सकते हैं। इसके लिए इज़रायल ने उन्हें सुरक्षित रास्ता दे दिया है। प्रवक्ता ने कहा, “हम जानते हैं कि इसमें समय लगेगा, लेकिन हम लोगों को सलाह देते हैं कि वे देरी न करें। यह जाने बिना कि मार्ग कितने दिनों तक खुला रहेगा।
इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने उत्तरी ग़ज़्ज़ा के निवासियों को जबरन हटाने की इजरायल की मांग और उसके चल रहे हमलों की कड़ी निंदा की है। ओआईसी ने अपने एक बयान में इज़रायल को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। (ओआईसी) ने ग़ज़्ज़ा पर जारी इज़रायल के हमले की निंदा करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी लोगों को जबरन वहां से हटाना इज़रायल का एक ऐसा जघन्य कृत्य है जिससे पड़ोसी देशों में मानवीय संकट पैदा हो सकता है।
संगठन ने ग़ज़्ज़ा पट्टी में चिकित्सा, सहायता आपूर्ति और बुनियादी जरूरतों की नाकाबंदी की भी कड़ी निंदा की है। संगठन ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इज़रायली आक्रामकता को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की अपनी अपील दोहराई, अन्यथा गंभीर मानवीय संकट पैदा हो सकता है।
वहीँ संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी को मानवीय सहायता पहुंचाई जानी चाहिए। फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए 7 अक्टूबर के बाद से ग़ज़्ज़ा में किसी भी मानवीय सहायता की अनुमति नहीं दी गई है। यूएनआरडब्ल्यूए के कमिश्नर जनरल फिलिप लाज़ारिनी ने एक बयान में कहा कई, “यह जीवन और मृत्यु का मामला बन गया है। 2 मिलियन लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए अब ईंधन को गाजा तक पहुंचाने की जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा के लोगों के लिए बेहद जरूरी चिकित्सा आपूर्ति वाला एक विमान मिस्र पहुंच गया है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस अदनोम ग्रेबियस ने एक्स पर कहा, “ग़ज़्ज़ा में तत्काल स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने के लिए डब्ल्यूएचओ चिकित्सा आपूर्ति के साथ एक विमान राफा क्रॉसिंग के पास मिस्र के अल-अरिश में उतरा है। उन्होंने कहा, “क्रॉसिंग के माध्यम से मानवीय पहुंच स्थापित होते ही हम उपकरण पहुँचाने के लिए तैयार हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ग़ज़्ज़ा के लोगों के लिए बेहद जरूरी चिकित्सा आपूर्ति वाला एक विमान मिस्र पहुंच गया है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस अदनोम ग्रेबियस ने एक्स पर कहा, “ग़ज़्ज़ा में तत्काल स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने के लिए डब्ल्यूएचओ चिकित्सा आपूर्ति के साथ एक विमान राफा क्रॉसिंग के पास मिस्र के अल-अरिश में उतरा है। उन्होंने कहा, “क्रॉसिंग के माध्यम से मानवीय पहुंच स्थापित होते ही हम उपकरण पहुँचाने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि यह विमान तुर्की द्वारा भेजा गया है। तुर्की से यह तीसरा विमान है जो मिस्र में उतरा है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अल-अरिश अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा युद्धग्रस्त गाजा पट्टी के पड़ोस में है और मिस्र ने इसे गाजा को मानवीय सहायता के लिए आवंटित किया है। सैन्य विमान रक्षा मंत्रालय, तुर्की रेड क्रिसेंट और आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) के सहयोग से गाजा के लोगों को बहुत जरूरी सहायता पहुंचा रहा है। दवाएँ, चिकित्सा आपूर्ति, भोजन, डिब्बाबंद सामान, कंबल और डायपर जैसी सहायता सामग्री राफा सीमा के माध्यम से ग़ज़्ज़ा तक पहुंचाई जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजरायली बमबारी में गाजा में 1,300 से ज्यादा इमारतें नष्ट हो गई हैं। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 1900 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा कि ग़ज़्ज़ा की कुल आबादी में बच्चों और किशोरों की संख्या सबसे ज्यादा है।इज़रायली हमले में हर घंटे बड़ी संख्या में बच्चे मारे जा रहे हैं और हज़ारों संख्या में घायल हो रहे हैं जिसे तुरंत रोका जाना चाहिए।