एक इस्राईली सुरक्षा अधिकारी ने एक इस्राईली चैनल से बात करते हुए दावा किया कि ईरान के नज़दीकी इलाक़ों के हैकर्स हैफा तेल रिफ़ाइनरी में आग लगने के ज़िम्मेदार हैं।
इस सुरक्षा अधिकारी ने अपना नाम सामने न आने की शर्त पर इस्राईल के रेडियो 103 के साथ बातचीत करते हुए पूरे यक़ीन से इस्राईल के साइबर सुरक्षा बलों की करारी शिकस्त की बात करते हुए बताया कि हैकर्स को BZN जैसे कारख़ाने के कंट्रोल सिस्टम को अच्छी तरह से जानते थे, हैकर्स ने हैफा तेल रिफ़ाइनरी की कमज़ोर जगह को ध्यान में रखते हुए उसी को टार्गेट किया।
इस सुरक्षा अधिकारी ने अपनी बातचीत में आगे ज़ोर देते हुए कहा कि उसके हिसाब से हमला करने वाले ने हमले के लिए जानबूझ कर ख़ास टार्गेट को चुना, जिसे देख कर लगता है कि उनका इस हमले के पीछे मक़सद केवल अपनी शक्ति दर्शाना था, सीरियस हमले का उनका इरादा इसे देख कर नहीं लगता।
उसने हैकर्स की योग्यता को स्वीकारते हुए कहा कि इस हमले के पीछे या ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड की साइबर सेना है या हिज़बुल्लाह की साइबर सेना जो ईरान की साइबर फोर्सेस की निगरानी में गतिविधियां अंजाम दे रही है उसका हाथ है।
उसने ज़ोर देते हुए कहा कि इस सिलसिले में जांच शुरू हो चुकी है लेकिन राजनीतिक और सुरक्षा अधिकारियों ने आम जनता में डर फैलने को रोकने के लिए आदेश जारी किया है कि कम से कम नुक़सान का ऐलान किया जाए और इस हादसे के कारण को तकनीकी ख़राबी बताया जाए।