इस्राईली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने बुधवार को एक नई सरकार के गठन के बाद काम शुरू किया जिसके एक दिन पहले ही राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन (Reuven Rivlin) ने अनमने तरीके से ये माना था कि उनके पास गठबंधन का अच्छा मौका था और उन्हें काम सौंपा।
वाई नेट न्यूज़ के अनुसार आने वाले 28 दिनों में प्रधान मंत्री प्राकृतिक सहयोगियों के साथ साझेदारी को बनाए रखने की कोशिश करेंगे, जिन्होंने उनसे प्रीमियर के लिए सिफारिश की थी, यामीना अदालत के नेता नफ़तली बेनेट ने उन्हें सोमवार को रिवलिन के लिए समर्थन नहीं दिया और बहुमत दिलाने के लिए नौ सदस्यों का चयन किया।
नेतन्याहू को बुधवार को रूढ़िवादी शासकों, संयुक्त टोरा यहूदियों की पार्टियों और दलों के साथ गठबंधन वार्तालाप करना थी जबकि वीरवार को उन्हें बेनेट से मुलाकात करके एंटी नेतन्याहू पार्टी के साथ सरकार न बनाए जाने के सिलसिले में बातचीत करना थी।
नेतन्याहू के आलोचक और न्यू होप के नेता गिदोन सार,जिन्होंने अपनी पार्टी बनाने के लिए लिकुड को छोड़ दिया था उन्हें लिकुड या प्रधान मंत्री के साथ किसी भी गठबंधन वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया था।
बैठक के आरंभ में प्रधानमंत्री ने लिकुड को सबसे बड़ी पार्टी बनाए जाने के लिए अपने दस लाख मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया इसके अलावा उन्होंने लिकुड एम के से इस्राईल के नागरिकों के लिए शक्तिशाली और सक्रिय सरकार बनाए जाने का वादा किया,
बैठक के अंत में नेतन्याहू ने सदस्यों को गठबंधन बनाने में सक्षम होने का आश्वासन दिया उन्होंने कहा कि यह आसान काम नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं, उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम ऐसा करने में कामयाब होंगे।
इस बैठक में एंटी नेतन्याहू पार्टी द्वारा लिकुड केसेट के अध्यक्ष यारिव लेविन को बाहर किए जाने की संभावनाओं और भी चर्चा की गई, क्यों कि नेतान्याहू के विरोधी अब उन्हें प्रधानमंत्री पद पर देखना नहीं चाहते।
मंगलवार को यामिना गुट की बैठक के दौरान, बेनेट ने कहा कि इस्राईल को अब दो चीजों की जरूरत है पहली देश को पांचवे चुनाव से बचाने के लिए एक अच्छी और स्थिर सरकार का गठन और दूसरी एक दक्षिण पंथी सरकार।
उन्होंने कहा कि मैं खुद ऐसी सरकार बनाने का वादा करता हूं।