मोअम्मर गद्दाफ़ी जिंदा है, पूर्व अंगरक्षक ने किया चौंकाने वाला खुलासा
लीबिया के पूर्व तानाशाह मोअम्मर गद्दाफी को लेकर उनकी अंगरक्षक ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
मोअम्मर गद्दाफ़ी की अंगरक्षक रही है आयशा फैतूरी ने रसिया टुड़े के साथ बातचीत करते हुए कहा है कि मोअम्मर गद्दाफ़ी जिंदा है और 2011 में अरब स्प्रिंग नाम से फैली अराजकता और अशांति में जो व्यक्ति मारा गया था वह मोअम्मर गद्दाफ़ी ना होकर उनका एक करीबी साथी था।
आयशा ने कहा के लीबिया में उस समय हुई हिंसक झड़पों के बीच मोअम्मर गद्दाफ़ी सिर्ते शहर में दाखिल ही नहीं हुआ था बल्कि उसके स्थान पर उसका हमशक्ल एक व्यक्ति जिसका नाम हमीद अबू मिनयार गद्दाफी था वह सिर्ते शहर में गया था। मोअम्मर गद्दाफ़ी सिर्ते शहर ना जाकर उत्तरी लीबिया के बनी वलीद पहुंचा और वहां से भी किसी अन्य स्थान की ओर चला गया।
फार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अपने इंटरव्यू में आयशा ने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाती हूं कि हमारे नेता पूरी तरह से स्वस्थ हैं और वह प्रतिरोधी मोर्चे का नेतृत्व कर रहे हैं। अपने दावे को मजबूत करते हुए मोअम्मर गद्दाफ़ी की सुरक्षा अधिकारी रही आयशा ने कहा कि जब मोअम्मर गद्दाफ़ी से अलग होने वाले एक सुरक्षा अधिकारी से पूछा गया कि वह अभी तक लीबिया पलटकर क्यों नहीं आए तो उसने जवाब दिया अगर मुझे हमीद अबू मिनयार गद्दाफ़ी से मिलवा दो तो मैं लीबिया पलटने के लिए तैयार हूं।
इस अधिकारी के दावे से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि मोअम्मर गद्दाफ़ी के नाम पर जिस व्यक्ति को मारा गया है वह हमीद अबु मिनयार था मोअम्मर गद्दाफ़ी नहीं।
याद रहे कि 10 साल पहले लीबिया में हुए सशस्त्र विद्रोह में विद्रोही बलों ने मोअम्मर गद्दाफ़ी के मूल शहर सिर्ते पर नियंत्रण करते हुए इस शहर के मुख्य स्थानों पर लीबिया के नए झंडे को फहरा दिया था। लीबिया में चले संघर्ष में मोअम्मर गद्दाफ़ी मारा गया था और उसकी लाश को एक अन्य स्थान पर पहुंचा दिया गया था।