शहीद हसन नसरुल्लाह के जनाज़े पर ईरान के सुप्रीम लीडर का संदेश
ईरान के सुप्रीम लीडर, आयतुल्लाह सैयद अली ख़ामेनेई ने हिज़्बुल्लाह के पूर्व महासचिव और लेबनान की जनता के धड़कते हुए दिलों पर सिक्कए राएजुल वक़्त की तरह राज करने वाले महान शहीद, सैयद हसन नसरुल्लाह और शहीद सैयद हाशिम सफीउद्दीन की अंतिम यात्रा और दफन के अवसर पर एक संदेश में इन दोनों महान शहीदों की सराहना करते हुए जोर दिया कि दुश्मन यह जान ले कि ज़ुल्म, अत्याचार और साम्राज्यवाद के खिलाफ प्रतिरोध कभी ख़त्म नहीं होगा। प्रतिरोध को साज़िशों और अत्याचारों से ख़त्म नहीं किया जा सकता। यह प्रतिरोध अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक जारी रहेगा।
यह संदेश कल बेरुत में शहीद हसन नसरूलाह के अंतिम संस्कार में लेबनान भेजे गए सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह सैयद अली ख़ामेनेई के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सैयद मुजतबा हुसैनी ने पढ़ा। संदेश इस प्रकार है:
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
अल्लाह सर्वशक्तिमान फरमाता है: इज्ज़त (सम्मान) सिर्फ़ अल्लाह, उसके रसूल और मोमिनों के लिए है, लेकिन मुनाफ़िक़ (कपट करने वाले) इसे नहीं जानते।
महान मुजाहिद और इस क्षेत्र में प्रतिरोध के अगुवा, हज़रत सैयद हसन नसरुल्लाह (अल्लाह उनकी रूह को बुलंद करे), अब इज्ज़त और सम्मान की बुलंदियों पर हैं। उनका पवित्र शरीर अल्लाह की राह में संघर्ष की भूमि में सुपुर्द-ए-ख़ाक होगा, लेकिन उनकी आत्मा और उनका मार्ग इंशाअल्लाह हर दिन पहले से अधिक बुलंद रहेगा,और उनके अनुयायियों को राह दिखाएगा।
दुश्मन यह समझ ले कि ज़ुल्म, अन्याय और साम्राज्यवाद के खिलाफ प्रतिरोध कभी खत्म नहीं होगा और अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक जारी रहेगा, इंशाअल्लाह।
जनाब सैयद हाशिम सफीउद्दीन (अल्लाह की रहमत उन पर हो) का पवित्र नाम और उज्ज्वल चेहरा इस क्षेत्र के इतिहास में एक चमकते सितारे की तरह रहेगा। वे लेबनान में प्रतिरोध के नेतृत्व के करीबी सहयोगी और अभिन्न हिस्सा थे।
अल्लाह और उसके नेक बंदों की सलामती हो इन दो महान मुजाहिदों पर और उन तमाम बहादुर और कुर्बानी देने वाले मुजाहिदों पर जो हाल ही में शहीद हुए, और इस्लाम के सभी शहीदों पर। और मेरा विशेष सलाम आप सभी पर, मेरे प्यारे बेटों, लेबनान के बहादुर नौजवानों।
सैयद अली ख़ामेनेई