“इस्माइल हानिया के बेटों की शहादत युद्ध का अंतिम चरण है: हमास प्रमुख
फिलिस्तीनी संगठन हमास के प्रमुख खालिद मशाल ने अपने सहयोगी और हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया के बेटों और पोते-पोतियों की शहादत पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए साफ कहा कि ये शहादतें युद्ध में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं। यह घटना इस युद्ध के अंत में तेजी लाएगी और दमनकारी इज़रायलियों के खिलाफ वैश्विक गुस्से को बढ़ाएगी।
उक्त बातें खालिद मशाल ने हानिया के बेटों व पोते की शहादत को लेकर आयोजित शोक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि शेख निजार रेयान 2008 में ग़ाज़ा के पहले युद्ध में शहीद हो गए थे। उसके बाद उनके बाद वजीर शेख सईद सेयाम ने शहादत पाई, तो मैंने कहा कि युद्ध अब खत्म हो गया है। यह दुश्मन के दिवालियापन का प्रतीक था। वह ऐसे हमलों के जरिए बचने का रास्ता तलाश रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि इस लड़ाई में बहुत से महान लोगों समेत नेता, बच्चे और सम्मानित परिवार और शहीद शामिल हैं, लेकिन हमारे नेता अबुल-अब्द (इस्माइल हनिया) के बेटों और पोते की शहादत इस युद्ध में एक मील का पत्थर है और जल्द ही यह युद्ध समाप्त हो जाएगा। इसका एहसास दुश्मन को भी हो गया है।
खालिद मशाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि हनिया के बेटों और पोतों की शहादत इस युद्ध में एक महत्वपूर्ण मोड़ और सम्मान का प्रतीक है, और इस परिवार के कई सदस्यों के उत्थान का प्रतीक भी है। शहादत बहुत कम लोगों को मिलती है और हानिया को वह सम्मान हासिल है।
बता दें कि, ईद-उल-फितर के पहले दिन, इज़रायली कब्जे वाली सेना ने ग़ाज़ा के पश्चिम में अल-शती शिविर में एक वाहन पर बमबारी की, जिसमें इस्माइल हानिया के परिवार के कई सदस्य सवार थे। इस हमले में उनके तीन बेटे और चार पोते शहीद हो गए और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। शहीद और घायलों में चार बच्चे भी शामिल हैं। इस्माइल हानिया के शहीद बेटों में हाज़िम, अमीर और मुहम्मद शामिल हैं।