इज़रायल का हमला फिलिस्तीनी बच्चों के लिए कब्रिस्तान बन गया है: संयुक्त राष्ट्र

इज़रायल का हमला फिलिस्तीनी बच्चों के लिए कब्रिस्तान बन गया है: संयुक्त राष्ट्र

ग़ाज़ा में हमास के नाम पर इज़रायल लगातार बमबारी कर रहा है। इज़रायल के हमले केवल बेक़सूर लोग मारे जा रहे हैं। मरने वालों में बच्चों की संख्या तीन हज़ार से भी ज़्यादा है जबकि अब तक कुल मरने वालों की संख्या दस हज़ार से भी ज़्यादा है। घायलों की संख्या इतनी है कि उन्हें बयान भी नहीं किया जा सकता। लेकिन इज़रायल को इन बेक़सूरों की हत्या से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। उसके अत्याचार पर पूरी दुनियां के शासक ख़ामोश तमाशाई बने हैं जबकि वहां की जनता इस हमले के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रही है।

असलियत ये है कि अमेरिका के तमाम शहरों में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार और रविवार के प्रचंड प्रदर्शनों ने अमेरिकी सरकार को हिला दिया है। यही हाल इज़रायल में भी है। वहां के प्रधानमंत्री नेतन्याहू अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं। तमाम सर्वे में बताया गया है कि यहूदी अब उनका इस्तीफा चाहते हैं। तीन दिनों पहले तेल अवीव में उनके घर के बाहर और इज़रायली सैन्य मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन हुए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गजा में “युद्ध विराम” और संभावित बंधक रिहाई की संभावना पर चर्चा की। हालांकि नेतन्याहू ने युद्ध विराम की संभावना से इनकार किया। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका और इज़रायली सरकारें ऐसे संभावित अस्थायी विरामों पर संपर्क में रहेंगी और बाइडेन और नेतन्याहू आने वाले दिनों में बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं।

किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, “आप उम्मीद कर सकते हैं कि हम लड़ाई में अस्थायी विराम की वकालत करना जारी रखेंगे। हम खुद को इस बातचीत की शुरुआत से पाते हैं, अंत में नहीं।” किर्बी ने कहा कि ये बातचीत ऐसे समय में हुई है जब वहां से अधिक अमरीकियों के गजा से बाहर निकलने की उम्मीद है और क्षेत्र में अधिक सहायता प्रवेश कर रही है। बाइडेन और नेतन्याहू ने वेस्ट बैंक की स्थिति पर भी चर्चा की।

उधर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एबीसी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पूर्ण युद्ध विराम अभी संभव नहीं है। उनका कहना है कि हमास के खिलाफ युद्ध समाप्त होने के बाद “अनिश्चित काल के लिए” गजा पट्टी पर इज़रायल की “समग्र सुरक्षा जिम्मेदारी” होगी। व्हाइट हाउस, का कहना है कि पूरी तरह युद्ध-विराम एक उचित कदम नहीं होगा, विशिष्ट मानवीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हमलों में छोटे विराम पर जोर दिया जा रहा है।

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि गजा पर इज़रायल का युद्ध फिलिस्तीनी इलाके को “बच्चों के लिए कब्रिस्तान” में बदल रहा है। उन्होंने यह बात तब कही जब एक महीने के हवाई हमलों और तोपखाने बमबारी में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 11,000 से अधिक हो गई, जिसमें 4,000 से अधिक बच्चे भी शामिल थे। गुटेरेस ने कहा, ”नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमें विनाश के इस क्रूर, भयानक, पीड़ादायक अंत से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए अब कार्रवाई करनी चाहिए।” यूएन फिर से फौरन मानवीय युद्धविराम का आह्वान किया। हालांकि इज़रायल अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी प्रतिनिधि रियाद मंसूर ने इज़रायल द्वारा किए गए “अपराधों” के लिए जवाबदेही की मांग की है और संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम समझौते को रोकने के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है।

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