इज़रायली सेना की क्रूरता: ग़ाज़ा में अस्पतालों पर लगातार हमला

इज़रायली सेना की क्रूरता: ग़ाज़ा में अस्पतालों पर लगातार हमला

ग़ाज़ा के अन्य इलाकों पर हमले जारी रखते हुए, इज़रायल ने एक बार फिर अस्पतालों पर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया है, जिससे घायलों और बीमारों का इलाज करना बेहद मुश्किल हो गया है। क़माल अदवान अस्पताल पर रविवार रात से लगातार हमले हो रहे हैं, जबकि अल-अवदा अस्पताल को भी निशाना बनाया जा रहा है। मंगलवार को इज़रायली सेना ने क्रूर कदम उठाते हुए तीसरे प्रमुख अस्पताल, ‘इंडोनेशियन अस्पताल’, को जबरन मरीजों और घायलों से खाली करवा लिया। पूरे ग़ाज़ा में पिछले 24 घंटों में लगातार हमलों के कारण 21 लोग शहीद हो गए और 54 घायल हुए हैं।

तीन प्रमुख अस्पतालों पर हमले
पिछले एक सप्ताह से अस्पतालों पर जारी हमलों में तेज़ी लाते हुए, मंगलवार को बैत अल-हया में क़माल अदवान अस्पताल और अल-अवदा अस्पताल की घेराबंदी और कड़ी कर दी गई है। इसके अलावा इंडोनेशियन अस्पताल को भी निशाना बनाया जा रहा है। क़माल अदवान अस्पताल के पास रोबोटिक वाहनों में बम लगाए गए थे, जिन्हें मंगलवार सुबह विस्फोट से उड़ा दिया गया। इसके परिणामस्वरूप लगभग 20 मरीज और अस्पताल के कर्मचारी घायल हो गए। यह जानकारी अस्पताल के निदेशक हुसाम अबू साफिया ने दी है।

देर अल-बलह से रिपोर्टिंग करते हुए अल-जज़ीरा के संवाददाता ने बताया कि, “एक चश्मदीद ने हमें बताया कि अस्पताल के आसपास की लगभग सभी इमारतें मलबे के ढेर में बदल दी गई हैं। अस्पताल का इन्फ्रास्ट्रक्चर बुरी तरह से नष्ट हो गया है, और वहां पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया है।”

अल-अवदा अस्पताल पर हमला
उत्तरी ग़ाज़ा में घायलों और मरीजों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने वाला अल-अवदा अस्पताल भी मंगलवार को हमलों का शिकार बना। अस्पताल की तीसरी मंज़िल को निशाना बनाया गया, जिससे इमारत के कुछ हिस्सों में आग लग गई और इलाज की गतिविधियों को रोकना पड़ा।

इंडोनेशियन अस्पताल की स्थिति
घायलों को मदद पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इंडोनेशियन अस्पताल पर भी इज़रायली सेना का दबाव बढ़ गया है। खबरों के मुताबिक, सेना ने बड़ी संख्या में घायलों और मरीजों को अस्पताल से बाहर निकाल दिया है और प्रबंधन पर पूरे अस्पताल को खाली कराने का दबाव बना रही है। ग़ाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मुनिर अल-बुरश ने बताया कि मंगलवार को अस्पताल पर हमले से पहले, सोमवार को इज़राइली फोर्सेज़ ने चेतावनी दी थी कि अस्पताल में मौजूद सभी लोग इसे खाली कर दें।

अल-जज़ीरा के संवाददाता ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से लगातार निशाना बनाए जाने के कारण इंडोनेशियन अस्पताल लगभग पूरी तरह से तबाह हो चुका है। इसके ज्यादातर विभाग प्रभावित हो गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में मरीजों को बाहर निकालना पड़ा है।

दो महीनों से अस्पतालों की घेराबंदी
फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी ‘वफा’ के अनुसार, पिछले दो महीनों से इज़रायल ने अस्पतालों की घेराबंदी और कड़ी कर दी है। इसके चलते खाद्य सामग्री, दवाइयां, चिकित्सा दल और आपातकालीन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बुरी तरह बाधित हुई है।

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