इज़रायली सेना ने जानबूझकर बंधकों पर बमबारी की: अलक़स्साम ब्रिगेड

इज़रायली सेना ने जानबूझकर बंधकों पर बमबारी की: अलक़स्साम ब्रिगेड

अलक़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि, इज़रायली आक्रमणकारी सेना ने हाल ही में एक स्थान पर हमला किया, जहाँ दुश्मन के कई क़ैदी रखे गए थे, और उन्हें मारने के लिए इस हमले को पुनः दोहराया। उन्होंने कहा, हमारे पास खुफिया रिपोर्ट्स हैं जो पुष्टि करती हैं कि दुश्मन ने जानबूझकर इस स्थान पर हमला किया ताकि क़ैदियों और उनके रक्षकों को मारा जा सके।

अलक़स्साम ब्रिगेड के अनुसार इज़रायल अपने बंधकों की घर वापसी नहीं चाहता बल्कि, वह इसके बहाने ग़ाज़ा के आम और निर्दोष व्यक्तियों का नरसंहार कर पूरे फिलिस्तीन पर क़ब्ज़ा करना चाहता है। इज़रायल की सेनाएं जानबूझ कर बंधकों को ख़त्म करना चाहती हैं। नेतन्याहू पर यही आरोप बंधकों के परिवार ने भी लगाया है। बंधकों के परिवार के अनुसार नेतन्याहू प्रशासन बंधकों को ज़िंदा वापस लाने की जगह अपनी सत्ता बचाने में लगा है।

ग़ाज़ा में 55 और शहीद
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय, ग़ाज़ा पट्टी के अनुसार, ग़ाज़ा के शहीदों की संख्या बढ़कर 44930 और घायलों की संख्या 106 624 तक पहुँच गई है। इज़रायली आक्रमणकारी सेना ने पिछले 24 घंटों में ग़ाज़ा में दो नरसंहार किए, जिनमें 55 शहीद और 170 घायल हुए।

ग़ाज़ा में अभूतपूर्व मानवीय संकट
ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के जनरल डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए कहा कि, ग़ाज़ा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है और एक अभूतपूर्व मानवीय आपदा का सामना कर रही है। ग़ाज़ा के शहीदों का 70 प्रतिशत हिस्सा महिलाएँ और बच्चे हैं। इज़रायली शासन जानबूझकर ग़ाज़ा में जीवन को नष्ट कर रहा है और वह इसे रहने योग्य नहीं बने रहने देने चाहता है। अस्पतालों में संसाधन समाप्त हो चुके हैं और हम दवाइयाँ या चिकित्सा उपकरण नहीं भेज पा रहे हैं। हमें आवश्यक दवाओं में 60 प्रतिशत की कमी हो रही है।

इज़रायली सेना ने ग़ाज़ा के अल-नुसरत शरणार्थी कैंप में कई आवासीय इमारतों को नष्ट कर दिया। इज़रायली सेना ने युद्ध शुरू होने से अब तक ग़आज़ा में79 प्रतिशत मस्जिदों को नष्ट कर दिया है। ग़ाज़ा सूचना कार्यालय ने रिपोर्ट किया कि इज़रायली सेना ने कुल 1245 मस्जिदों में से 819 मस्जिदों को नष्ट कर दिया है।

इज़रायली सेना का ख़ान युनिस पर आर्टिलरी हमला
ग़ाज़ा के दक्षिणी शहर ख़ान युनिस के पूर्व में धमाके और गोलियाँ चलने की आवाज़ें सुनी जा रही हैं। इज़रायली सेना ने ख़ान युनिस के अबसान अल-क़बीर गांव को निशाना बनाया है।

जेनिन शरणार्थी कैंप पर इज़रायली सेना का हमला
इज़रायली सैनिकों ने पश्चिमी तट के जेनिन शरणार्थी कैंप में हमला किया और फ़िलिस्तीनियों पर हमला किया।इज़रायली सैनिकों ने जबालिया शरणार्थी कैंप के अल-खुलफा क्षेत्र में दर्जनों घरों को भी आग लगा दी।

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