शैख़ जर्राह पर इस्राईली सेना का हमला, 31 फ़िलीस्तीनी घायल
यरूशलम के शैख़ जर्राह क्षेत्र में फिलिस्तीनी नागरिकों पर इस्राईली सेना के हमले में कम से कम 31 फिलिस्तीनी घायल हो गए हैं।
अल-जज़ीरा चैनल के हवाले से खबर देते हुए फ़ार्स न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि यरुशलम में इस्राईल के क़ब्ज़े वाले इलाक़े शैख़ जर्राह और उसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले फ़िलिस्तीनियों पर इस्राईली सेना ने हमला किया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार इस्राईली सेना के हमले में अब तक कम से कम 31 फ़िलिस्तीनी घायल हो गए हैं और 12 को हिरासत में लिया गया है।
यरुशलम में तल अवीव शासन की हिंसा और क्रूरता के नए दौर के बाद यूरोपीय संघ ने इसकी निंदा की और ज़ोर देकर कहा कि शैख़ जर्राह और उसके आसपास में बसने वालों के साथ ऐसी हिंसा और क्रूरता को रोका जाना चाहिए।
यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा कि हम इस्राईल से पूर्वी यरुशलम में हिंसा को रोकने का आग्रह करते हैं। हमास और इस्लामिक जिहाद आंदोलन ने शैख़ जर्राह के आस पास के निवासियों के ख़िलाफ़ इस्राईल के आतंकी आक्रमण के परिणामों के बारे में अलग अलग बयान में यरुशलम में क़ब्ज़ा करने जाने वाले शासन को चेतावनी दी है।
शनिवार की शाम को उन्मादी इस्राईली नागरिकों के एक समूह ने शैख़ जर्राह और उसके आसपास के इलाक़ों और निवासियों समेत फ़िलिस्तीनी घरों पर हमला किया, और उनके घरों पर पत्थर भी फेंके, जिसके चलते उनके घरों को नुक़सान पहुंचा और कई आम नागरिक घायल हो गए।
फिलिस्तीन मुक्ति आंदोलन के अग्रणी दल हमास के प्रवक्ता ने यरुशलम में सार्वजनिक रूप से मदद जुटाने का आह्वान किया और इस बात पर ज़ोर दिया कि वेस्ट बैंक और यरुशलम के सभी शहरों और गांवों को क़ब्ज़े वाले इलाक़े में बसे हुए ज़ायोनी नागरिकों के लिए युद्ध का मैदान बना देना चाहिए।