ईरान के परमाणु संयंत्रों पर हमला नहीं करेगा इस्राईल इस्राईल के भूतपूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने प्रधानमंत्री नफताली बैनेट को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वह नेतन्याहू से ईरान फोबिया को लेकर मुकाबला कर रहे हैं।
ईरान के परमाणु संस्थानों पर इस्राईल हमला नहीं करेगा नफताली बैनेट की सारी बयानबाजी सिर्फ इसलिए है ताकि वह अपने पूर्ववर्ती बेंजामिन नेतन्याहू से ईरान फोबिया में प्रतिद्वंदिता कर सकें। इस्राईल के भूतपूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि ईरान पर हमला करने के लिए इस्राईल की सैन्य तैयारियों का सारा बवंडर इसलिए खड़ा किया जा रहा है ताकि अमेरिका को संदेश दिया जा सके। यह वास्तव में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाने की तैयारी नहीं की जा रही है।
अल अरबी अल जदीद की रिपोर्ट के अनुसार ओल्मर्ट ने कहा कि मैं दशकों पहले इस नतीजे पर पहुंच चुका था कि ईरान के परमाणु संस्थानों पर हमला करने के लिए सैन्य बजट पारित करना वास्तव में देश की सुरक्षा और अच्छे जीवन को दांव पर लगाते हुए अरबों डालर बर्बाद करना है। एहुद ओल्मर्ट ने नफ्ताली बैनेट की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि बैनेट की नीतियां अमेरिका के साथ हमारे टकराव का कारण बनेगी। विशेषकर सरकार हालिया बयान बेहद खतरनाक है जिसमें इस्राईल ने कहा था कि वह विएना वार्ता के नतीजे में ईरान और विश्व शक्तियों के बीच होने वाले समझौते का पाबंद नहीं है।
ओल्मर्ट ने कहा कि नफ्ताली बैनेट पूर्व प्रधानमंत्री नेतन्याहू से प्रतिद्वंदिता कर रहे हैं ताकि ईरान फोबिया की होड़ में उनसे पीछे ना रह जाए। उन्होंने कहा कि इस्राईल को जो बाइडन प्रशासन के साथ राजनयिक वार्ता करते हुए बेहूदा एवं अनर्गल बयानबाजी से बचना चाहिए। इस्राईली हितों को साधने के लिए हमें दुनिया के किसी भी अन्य पक्ष से ज्यादा अमेरिका की जरूरत है। ओल्मर्ट ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नुकसान पहुंचाने के लिए इसराइल के खुफिया प्रोग्राम का समर्थन किया है।