इज़रायल हमास को नहीं, ग़ाज़ा निवासियों को ख़त्म करना चाहता है

इज़रायल हमास को नहीं, ग़ाज़ा निवासियों को ख़त्म करना चाहता है

ग़ा़ज़ा पट्टी में इज़रायल के निशाने पर हमास के मुजाहेदीन नहीं, बल्कि वहां के निर्दोष नागरिक और मासूम बच्चे और महिलाएं हैं। इज़रायल का मक़सद हमास को ख़त्म करना नहीं, बल्कि ग़ाज़ा की ज़मीन पर क़ब्ज़ा करना है, और इस नाजायज़ क़ब्ज़े के लिए इज़रायल किसी भी हद तक गिरने के लिए तैयार है। इसके लिए वह खुल्लमखुल्ला नरसंहार पर तुला हुआ है। उसे इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि, उसके वहशियाना और क्रूर हमलों में कितनी मांओं की गोद उजड़ गई। कितनी औरतों का सुहाग उजड़ गया।

नेतन्याहू प्रशासन न तो अपने बंधकों को छुड़ाना चाहता है और न ही हमास को ख़त्म करना चाहता है। उसका मक़सद केवल ग़ाज़ा पर क़ब्ज़ा करना और वहां के निवासियों को का नर संहार करना है, वर्ना कभी भी युद्ध में अस्पतालों और स्कूलों पर जानबूझकर हमला नहीं किया जाता।

अभी कल ही क्रूर इज़रायली सरकार ने पूर्वी ग़ाज़ा में एक स्वच्छ जल संयंत्र को नष्ट कर दिया, ताकि, ग़ाज़ा निवासियों को पीने के लिए शुद्ध भी न मिल सके। दो दिन पहले ऐसा ही एक हमला अमेरिका ने यमन पर किया था। इज़रायल के इस जघन्य अपराध में अमेरिका, यूरोप समेत, सभी अरब देश बराबर के भागीदार हैं। सीरिया गृहयुद्ध पर आतंकियों का खुलकर समर्थन करने वाले अरब शासकों का मुंह ग़ाज़ा नरसंहार पर इस तरह बंद है, जैसे मासूम बच्चों, औरतों का नरसंहार उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं। उन्होंने ग़ाज़ा के मुद्दे पर अपनी आंख और कान बंद कर लिए हैं। उनके पास आंखें हैं मगर दिखाई नहीं देता, कान हैं मगर उन्हें सुनाई नहीं देता।

हमले के बीच जबरन विस्थापन जारी, हजारों लोग घर छोड़ने को मजबूर

गुरुवार, 3 अप्रैल 2025 को ग़ाज़ा सिटी के शुजाइया इलाके में जब इज़रायली सेना ने जबरन विस्थापन के आदेश दिए, तब फिलिस्तीनी अपने घर छोड़कर सामान के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर जाते दिखे।

रफह में भारी विस्थापन, इज़रायली हमले में बढ़ा विनाश

इज़रायली कब्जे वाली सेना ने दक्षिणी गाजा के रफह शहर में घुसपैठ कर ली है, जिसके चलते हजारों फिलिस्तीनी भागने को मजबूर हुए। ग़ाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार सुबह से अब तक इज़रायली हवाई हमलों में 112 फिलिस्तीनी शहीद हुए हैं, जिनमें से 70 मौतें उत्तरी ग़ाज़ा सिटी में हुईं। यह 18 मार्च से फिर से शुरू हुए इज़रायली हमले के बाद अब तक का सबसे घातक दिन साबित हुआ है।

सुबह के समय ग़ाज़ा सिटी के शेजाइया इलाके में एक इज़रायली हवाई हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए। इसके अलावा, दिन में एक और इज़रायली हवाई हमले ने ग़ाज़ा सिटी के तुफाह इलाके में स्थित दारुल-अरक़म स्कूल को निशाना बनाया, जहां विस्थापित परिवारों ने शरण ले रखी थी। इस हमले में कम से कम 27 लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

रफह में इज़रायली सेना का कहर

इज़रायली सेना ने दक्षिणी ग़ाज़ा के रफह शहर में घुसपैठ की है, जो अब तक विस्थापितों की अंतिम शरणस्थली था। रफह के एक निवासी ने कहा, “रफह अब खत्म हो चुका है, इसे पूरी तरह मिटाया जा रहा है।”

एक अन्य विस्थापित व्यक्ति ने कहा, “वे जो कुछ भी बचा है उसे ध्वस्त कर रहे हैं, घरों और संपत्तियों को नष्ट कर रहे हैं।” इज़रायल ने जनवरी में लागू किए गए युद्ध-विराम को तोड़ते हुए पिछले महीने फिर से ग़ाज़ा पर हमला शुरू कर दिया।

ग़ाज़ा में फिर से बड़े स्तर पर विस्थापन

ग़ाज़ा सिटी के शेजाइया इलाके में जहां इज़रायल ने लोगों को छोड़ने का आदेश दिया था, वहां गुरुवार को सैकड़ों निवासियों ने पलायन किया। गाजा में जो लोग पहले संघर्ष विराम के दौरान अपने घरों को लौट आए थे, उन्हें अब दोबारा विस्थापित होने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

इज़रायल पर जनसंहार रोकने का दबाव

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) ने इजरायल के गाजा पर हमलों की कड़ी निंदा करते हुए उसे “नरसंहार रोकने” के लिए कदम उठाने का आदेश दिया है।

रफह के निवासी बासिम ने कहा, “कुछ लोग इसलिए नहीं गए क्योंकि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि कहां जाएं, जबकि कई बार-बार विस्थापित होने से तंग आ चुके हैं। हमें डर है कि उन्हें या तो मार दिया जाएगा या हिरासत में ले लिया जाएगा।”

ग़ाज़ा पर क़ब्ज़े की इज़रायली योजना

इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका शासन अमेरिका के साथ मिलकर डोनाल्ड ट्रंप की उस योजना को लागू कर रहा है, जिसमें ग़ाज़ा के निवासियों को जबरन विस्थापित करने की साजिश शामिल है।

ग़ा़ज़ा में मौतों का आंकड़ा 50,500 के पार

इज़रायली हमले जारी रहने से गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। 18 मार्च को संघर्षविराम तोड़ने के बाद से अब तक 1,160 नागरिक मारे जा चुके हैं। अक्टूबर 2023 से अब तक 50,500 से अधिक फिलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं, जबकि 1,15,000 से अधिक घायल हुए हैं।

popular post

लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में इज़रायली ड्रोन के गिरने की घटना

लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में इज़रायली ड्रोन के गिरने की घटना लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र

संयुक्त अरब अमीरात ने इस्राईली नागरिकों को वीज़ा देना किया शुरू

कुछ दिनों पहले इस्राईल के साथ अपने संबंधों को सार्वजनिक कर कई समझौते पर हस्ताक्षर

4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस

4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस हर देश किसी न किसी तारीख़ को नौसेना दिवस मनाया

कल से शुरू होगी टी-20 सीरीज, जानिए कितने बजे खेला जाएगा मैच

भारतीय टीम फ़िलहाल अपने ऑस्टेलिया के दौरे पर है जहाँ पर अब तक एकदिवसीय सीरीज़

कुछ हफ़्तों में मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

कोरोना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक की. पीएम मोदी ने

महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में लगा तगड़ा झटका, सिर्फ एक सीट पर मिल सकी जीत

महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में तगड़ा झटका लगा है. विधान परिषद की

5वें दौर की बैठक: किसानों का दो टूक जवाब हम सरकार से चर्चा नहीं, बल्कि ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में,

कृषि कानूनों को लेकर पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठे किसानों के साथ केंद्र

रूस की नसीहत, वेस्ट बैंक में एकपक्षीय कार्रवाई से बचे इस्राईल

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने मेडिटरेनीयन डायलॉग्स बैठक को संबोधित करते हुए कहा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *