इराक़ सरकार को सीरिया में सैनिक भेजने का आदेश देना चाहिए: कताएब हिज़्बुल्लाह
इराक़ के कताएब हिज़्बुल्लाह समूह के प्रवक्ता “जाफ़र अल-हुसैनी” ने मंगलवार की सुबह बगदाद सरकार से सीरिया में सैनिक भेजने का आदेश देने की मांग की। उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल इराक़ सरकार ने सीरिया में सैनिक भेजने का कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन उनका मानना है कि यह कदम उठाना आवश्यक है, खासकर जब सीरिया में आतंकवादी समूहों के खिलाफ संघर्ष जारी है।
अल-हुसैनी ने एक बयान में कहा, “अभी तक प्रतिरोध बलों को सीरिया भेजने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।” उन्होंने इस बारे में विस्तार से बताया कि यह कदम केवल सैन्य मदद नहीं, बल्कि इराक़ के क्षेत्रीय सहयोगियों, खासकर सीरिया के साथ साझेदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से भी महत्वपूर्ण है।
कताएब हिज़्बुल्लाह के प्रवक्ता अल-हुसैनी ने आगे कहा कि उनका मानना है कि इराक़ सरकार को सीरिया के साथ एक समझौते के तहत अपने सैन्य बलों को भेजने का कदम उठाना चाहिए। “हमारा नजरिया यह है कि इराक़ सरकार को इस मामले में पहल करनी चाहिए और अपनी सैन्य ताकत को सीरिया भेजने की दिशा में निर्णय लेना चाहिए,” ।
इसके अलावा, अल-हुसैनी ने यह भी कहा कि इराक़ का प्रतिरोध, फिलिस्तीन के मुद्दे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि फिलिस्तीन का मुद्दा हमेशा इराक़ के प्रतिरोध का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहेगा और इराक़ की सरकार और नागरिकों के लिए यह हमेशा प्राथमिक मुद्दा बना रहेगा। “फिलिस्तीन के लोगों के साथ निरंतर समर्थन और उनकी रक्षा करना इराक़ का सबसे बड़ा उद्देश्य रहेगा,” उन्होंने कहा।
हिज़्बुल्लाह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सीरिया में आतंकवादी संगठन सक्रिय हैं और वहां इराक़ का प्रभाव बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। इस प्रकार की घोषणाएँ इराक और सीरिया के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकती हैं।