इराकी बलों का गोलान में इज़रायली सेना के अहम ठिकाने पर ड्रोन हमला
बुधवार की सुबह इराक के ‘इस्लामिक प्रतिरोध’ समूह ने अपने तीसरे आधिकारिक बयान में जानकारी दी कि उन्होंने उत्तरी कब्जे वाले फिलिस्तीन के गोलान क्षेत्र में इज़रायली सेना के एक महत्वपूर्ण ठिकाने पर ड्रोन के ज़रिए हमला किया है। इस हमले के साथ ही एक रात में ज़ायोनिस्ट शासन पर इराकी प्रतिरोध का यह तीसरा हमला है, जिससे इस क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
इराकी प्रतिरोध ने अपने बयान में कहा है कि यह हमला लेबनान और गाजा पट्टी के लोगों के समर्थन में किया गया है, जो वर्तमान में इज़रायली शासन द्वारा नरसंहार और अत्याचार का शिकार हो रहे हैं। प्रतिरोध ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनका यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक इज़रायली कब्जाधारी अपनी गतिविधियों को समाप्त नहीं करते और फिलिस्तीन के खिलाफ अपने अत्याचारों को नहीं रोकते।
बयान में विशेष रूप से कहा गया कि इस हमले के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, जो एक आधुनिक और प्रभावी हथियार है। ड्रोन के ज़रिए हमला करना यह दिखाता है कि प्रतिरोध समूहों ने आधुनिक तकनीकों को अपनाकर इज़रायल के खिलाफ अपने हमलों को और प्रभावी बनाया है।
समर्थन में जारी हैं हमले
गौरतलब है कि इराकी इस्लामिक प्रतिरोध समूह पिछले एक साल से लगातार इज़रायली शासन के खिलाफ ड्रोन हमलों और अन्य सैन्य अभियानों को अंजाम दे रहा है। यह हमले मुख्य रूप से ग़ाज़ा पर किए जा रहे ज़ायोनिस्ट अत्याचारों के खिलाफ प्रतिशोध में होते हैं।
इन हमलों का मुख्य उद्देश्य ज़ायोनिस्टों को यह संदेश देना है कि उनकी आक्रामक गतिविधियों के खिलाफ प्रतिरोध जारी रहेगा और वे जवाबी कार्रवाइयों का सामना करते रहेंगे। इसके साथ ही यह हमले इज़रायल के खिलाफ क्षेत्रीय प्रतिरोध को और मजबूत कर रहे हैं, जिससे इज़रायल को सैन्य और राजनीतिक रूप से घेरने की रणनीति भी सामने आ रही है।