हिज़्बुल्लाह का इज़राइल पर बड़ा हमला: हाइफ़ा में तबाही, स्कूल बंद, कई घायल
अंतर्राष्ट्रीय खबरों के अनुसार, हिज़्बुल्लाह ने एक और बड़ा हमला करते हुए इज़राइल के हाइफ़ा क्षेत्र को निशाना बनाया है। मंगलवार दोपहर को इज़राइली सूत्रों ने जानकारी दी कि लेबनान से कम से कम 80 रॉकेट दागे गए, जो उत्तर पश्चिमी फ़िलिस्तीन के कब्जे वाले हाइफ़ा खाड़ी क्षेत्र की ओर थे। इस हमले ने इलाके में तनाव को और बढ़ा दिया है।
हाइफ़ा के कई इलाकों में रॉकेटों की बरसात
रिपोर्ट के मुताबिक, रॉकेटों का एक बड़ा हिस्सा ‘क्रियात अता’ और ‘मोट्सकिन’ के क्षेत्रों में टकराया, जिससे इन इलाकों को गंभीर क्षति पहुँची। इज़राइली चैनल 12 ने यह जानकारी दी कि सिर्फ एक घंटे के भीतर 120 रॉकेट हाइफ़ा की ओर दागे गए। इस हमले से हाइफ़ा खाड़ी के ‘क्रियात याम’ इलाके को भारी नुकसान हुआ है। तुरंत बाद, इज़राइली आपातकालीन सेवाएं और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।
हिज़्बुल्लाह के हमलों में बढ़ोत्तरी, स्कूल बंद
यह हमला ऐसे समय हुआ जब इज़राइल पहले से ही हिज़्बुल्लाह के लगातार हमलों का सामना कर रहा है। इज़राइली चैनल 12 ने सोमवार को जानकारी दी थी कि हिज़्बुल्लाह के हमले हाइफ़ा क्षेत्र में तेज हो गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा कारणों से क्षेत्र के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। लगातार बढ़ रहे खतरे और हमलों के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, और लोग घरों के अंदर रहने को मजबूर हैं।
रविवार रात का हमला: भारी नुकसान और कई घायल
हिज़्बुल्लाह ने रविवार की रात भी एक बड़ा हमला किया था, जिसमें दर्जनों रॉकेट और मिसाइलें हाइफ़ा की ओर दागी गईं। इस हमले ने शहर को गहरे नुकसान में डाल दिया और कम से कम 10 इज़राइली गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। इन हमलों ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है, और इज़राइली सुरक्षा बल स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
इन हमलों ने मध्य पूर्व में पहले से ही तनावपूर्ण माहौल को और जटिल बना दिया है। हिज़्बुल्लाह और इज़राइल के बीच यह संघर्ष अब अधिक तीव्र होता जा रहा है, और दोनों पक्षों में सैन्य कार्रवाइयों का सिलसिला तेज होता दिख रहा है। हिज़्बुल्लाह के लगातार हमले यह संकेत देते हैं कि वह इज़राइल के अंदर गहरे तक हमला करने की क्षमता रखता है, जबकि इज़राइल अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठा रहा है।