ग़ाज़ा: आज सीजफायर का आखिरी दिन, बढ़ाने की अपील

ग़ाज़ा: आज सीजफायर का आखिरी दिन, बढ़ाने की अपील

50 इज़रायली बंधकों और 150 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की शर्त के साथ ग़ाज़ा में लगाए गए 4 दिन के अस्थायी युद्ध-विराम का सोमवार को आखिरी दिन है। वहीं, युद्ध-विराम को बढ़ाने और इसे स्थायी बनाने की मांग की जा रही है। सोमवार को ब्रिटेन और इंडोनेशिया में इस संबंध में भव्य प्रदर्शन हुए, वहीं अन्य देशों में भी लोग ग़ाज़ा के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सड़कों पर उतरे।

युद्धविराम विस्तार की ‘वास्तविक संभावना

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान से यह उम्मीद बढ़ गई है कि संघर्ष-विराम को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, इज़रायली अत्याचारों के खिलाफ वैश्विक आक्रोश और दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन भी संघर्ष विराम के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए इज़रायली बंधकों की रिहाई पर खुशी जताई और इसे ‘सिर्फ शुरुआत’ बताया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी ‘वास्तविक संभावना’ है कि अस्थायी युद्ध-विराम को बढ़ाया जा सकता है।

उधर, मिस्र ने तीन दिनों में 41 इज़रायली बंधकों की रिहाई का जिक्र करते हुए संकेत दिया है कि संघर्ष विराम को कुछ दिनों के लिए बढ़ाए जाने की संभावना है। मिस्र ने कहा है कि उसे युद्ध-विराम के विस्तार के संबंध में सभी पक्षों से “सकारात्मक संकेत” मिले हैं। मिस्र की राज्य सूचना सेवा के प्रमुख ने कहा कि इस संबंध में पार्टियों से चर्चा की जा रही है।

और बंधकों को रिहा किया जा सकता है
अभी और अधिक बंधकों की रिहाई के लिए कोई ऐसा समझौता किया जा सकता है, जिससे युद्ध-विराम के विस्तार का रास्ता साफ हो जाए। गौरतलब है कि ग़ाज़ा मामले में मिस्र की अहम भूमिका है। मिस्र और ग़ाज़ा के बीच राफा क्रॉसिंग एकमात्र क्रॉसिंग है जिसके माध्यम से ग़ाज़ा को सहायता पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा बंधकों को भी मिस्र के माध्यम से इजरायल को सौंपा जा रहा है।

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