मोसाद के पूर्व प्रमुख: इस्राइल के लिए सबसे बड़ा खतरा हम हैं, ईरान नहीं!
मोसाद (इस्राइल की विदेशी खुफिया सेवा) के पूर्व प्रमुख तामीर पार्डो का कहना है कि इस्राइल के लिए सबसे बड़ा खतरा ईरान या फिलिस्तीन नहीं है।
हिब्रू अखबार येदिओथ अहरोनोथ के साथ एक साक्षात्कार में तामीर पार्डो ने इस बात से इनकार किया कि ईरानी या फिलिस्तीनी इस्राइल शासन के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं बल्कि उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा खतरा हम स्वयं इस्राइली हैं।
पार्डो ने समझाया कि इस्राइल युद्ध के बाद से एक रणनीति के बिना एक देश रहा है और कोई भी इस्राइली अधिकारी अगले 30 वर्षों में यहूदियों के लिए एक राज्य के लिए उनकी दृष्टि के सवाल का जवाब नहीं दे सकता है। तामीर पार्डो का कहना है कि इस्राइल में वर्षों से बढ़ रही आत्म-विनाश की व्यवस्था इसके लिए सबसे बड़ा खतरा है।
तामीर पार्डो ने कहा कि इस्राइल अलग हो रहा है और आंतरिक संघर्ष की एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक अवधि का अनुभव कर रहा है। मतभेद जिसने हर नई सरकार को त्रस्त किया है। खासकर जब से बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाली लिकुड विपक्षी पार्टी ने हमेशा पिछले चुनावों के परिणामों को मान्यता देने से इनकार कर दिया है। चुनाव जिसमें यमिना पार्टी और नफ्ताली बेनेट देश में सत्ता में आए।
मोसाद के पूर्व प्रमुख ने पिछले हफ्ते नेतन्याहू कॉलेज में एक भाषण में नेसेट की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए कहा था कि इस्राइल ने अपनी खुद की विनाशकारी प्रणाली को सक्रिय करने का फैसला किया है। राजनीतिक वर्ग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि इसे बंद करो इससे पहले कि बहुत देर हो जाए हमने कुछ नहीं सीखा है।
बता दें कि पार्डो इस तरह के बयान देने वाले पहले इस्राइली अधिकारी नहीं हैं। पिछले मई पूर्व इस्राइली प्रधान मंत्री एहुद बराक ने चिंता व्यक्त की थी कि इस्राइल का पतन उसके नकली अस्तित्व की 80 वीं वर्षगांठ से पहले हो सकता है।